प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज नई दिल्‍ली में मुख्‍य सचिवों के राष्‍ट्रीय सम्‍मेलन की अध्‍यक्षता कर रहे हैं। तीन दिन का यह सम्‍मेलन कल शुरू हुआ। सम्‍मेलन में राज्‍यों के साथ भागीदारी के साथ तीव्र और सतत आर्थिक विकास हासिल करने पर विशेष ध्‍यान दिया जाएगा। केंद्र सरकार, मुख्‍य सचिवों और राज्‍यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अन्‍य वरिष्‍ठ अधिकारी तथा संबंधित विषयों के विशेषज्ञ समेत 200 सौ से अधिक प्रतिभागी इस सम्‍मेलन में भाग ले रहे हैं। यह सम्‍मेलन विकास और रोजगार सृजन तथा समावेशी मानव विकास पर जोर देते हुए विकसित भारत का लक्ष्‍य प्राप्‍त करने के लिए सहयोगी कार्य योजना का आधार तैयार करेगा।

  

केंद्र और राज्‍य सरकारों के बीच भागीदारी को और बढ़ावा देने की दिशा में यह एक अन्‍य प्रमुख कदम होगा। सम्‍मेलन के दौरान छह चयनित विषयों पर चर्चा की जाएगी। लघु, सूक्ष्‍म एवं मध्यम उपक्रम, बुनियादी ढांचा और निवेश, जटिलताओं में कमी लाने, महिला सशक्तिकरण, स्‍वास्‍थ्‍य और पोषण तथा कौशल विकास जैसे मुद्दों पर बल दिया जाएगा। सम्‍मेलन की कार्यसूची 150 बैठकों और वर्चुअल परामर्श बैठकों में सघन विचार-विमर्श के पश्‍चात तय की गई है। यह विचार-विमर्श पिछले तीन महीनों में प्रमुख मंत्रालयों, नीति आयोग, राज्‍यों, केंद्र शासित प्रदेशों और संबंधित विषयों के विशेषज्ञों के बीच हुआ। मुख्‍य सचिवों का पहला सम्‍मेलन पिछले वर्ष जून में धर्मशाला में आयोजित किया गया था।

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