प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जोशीमठ नगर की स्थिति पर उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के साथ टेलिफोन पर बात की। श्री धामी ने प्रधानमंत्री को स्थिति की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने श्री मोदी को अनेक मकानों में दरारें आने के बाद लोगों के पुनर्वास योजना के बारे में भी बताया। श्री मोदी ने जोशीमठ के लोगों की मदद के लिए हरसभंव वित्तीय और तकनीकी सहयोग का आश्वासन दिया। एक ट्वीट श्री धामी ने बताया कि प्रधानमंत्री क्षेत्र में सुरक्षा की स्थिति तथा सरकार के कार्यों पर व्यक्तिगत रूप से निगरानी रखें हुए हैं।
प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी के मिश्रा ने जोशीमठ में जमीन धंसने की स्थिति की उच्चस्तरीय बैठक में समीक्षा की। बैठक के बाद राज्य के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के साथ जोशीमठ पहुंचे तथा प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों के साथ स्थिति पर विचार-विमर्श किया। मुख्य सचिव ने बताया कि देशभर के विशेषज्ञ वैज्ञानिक जोशीमठ में भूस्खलन के कारणों का पता लगा रहे हैं और जो कुछ भी आश्वयक होगा वह किया जाएगा। उन्होंने बताया कि नागरिकों की सुरक्षा सर्वाधिक महत्वपूर्ण है और स्थानीय प्रशासन इसके लिए निरंतर काम कर रहा है। मुख्य सचिव ने स्थानीय लोगों से अपील की कि किसी भी स्थिति में कोई जोखिम न उठाएं। उन्होंने मनोहर बाग, सिंहद्वार और मारवाडी जैसे खतरे से जुझ रहे क्षेत्रों का दौरा भी किया।(Aabhar Air News)