केन्द्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने कोविड-19 के हल्‍के लक्षणों वाले और लक्षण रहित रोगियों को घर पर पृथकवास में रखने के बारे में संशोधित दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इन निर्देशों के अनुसार कोविड रोगी को परिवार के अन्‍य सदस्‍यों से खुद को अलग रखना चाहिए।

विशेष रूप से परिवार के वरिष्‍ठ और अन्‍य बीमारियों का सामना कर रहे सदस्‍यों से उन्‍हें पृथक रहना चाहिए। कोविड रोगियों को सलाह दी गई है कि वे घर पर उपचार के दौरान प्‍लस ऑक्‍सीमीटर की सहायता से रक्‍त में ऑक्‍सीजन की मात्रा पर स्‍वयं निगरानी रखें।

गम्‍भीर संकेत या लक्षण विकसित होने पर ऐसे रोगी और उसकी देखभाल करने वाले को तत्‍काल चिकित्‍सा सहायता प्राप्‍त करनी चाहिए। गम्‍भीर लक्षणों में लगातार तीन दिन से सौ डिग्री फारेनहाइट से अधिक बुखार होना, सांस लेने में कठिनाई, ऑक्‍सीजन की मात्रा कम होना, सीने में लगातार दर्द और गम्‍भीर थकान आदि शामिल हैं।

दिशा-निर्देशों में यह भी कहा गया है कि घर पर पृथकवास में रखे गए रोगियों को कम से कम 7 दिन तक अलग रहना चाहिए और लगातार तीन दिन तक बुखार न होने पर अपने को संक्रमण से मुक्‍त समझना चाहिए। इसके लिए फिर से जांच कराने की आवश्‍यकता नहीं है।
   
स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने कहा है कि जिला और उप-जिला स्‍तर पर नियंत्रण कक्ष संचालित किए जाने चाहिए और उनके टेलीफोन नम्‍बर लोगों में भलीभांति प्रचारित किए जाने चाहिए।        (Aabhar Air News)