भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने गगनयान मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए क्रायोजेनिक इंजन का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है।
तमिलनाडु में इसरो परिसर में कल 720 सेकंड की अवधि का परीक्षण किया गया और उसके लक्ष्य हासिल किए गए।
इसरो की विज्ञप्ति में कहा गया है कि परीक्षण की पूरी अवधि के दौरान इंजन के मापदण्ड अनुमानों के अनुरूप थे। यह लंबी अवधि का सफल परीक्षण मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम गगनयान के लिए मील का पत्थर है। सफल परीक्षण ने गगनयान के मानव रेटेड प्रक्षेपण वाहन में शामिल करने के लिए क्रायोजेनिक इंजन की विश्वसनीयता और मजबूती सुनिश्चित की है। इंजन को 1810 सेकंड की कुल अवधि के चार और परीक्षणों से गुजरना होगा। इसके बाद गगनयान कार्यक्रम के लिए क्रायोजेनिक इंजन योग्यता को पूरा करने के लिए एक और इंजन को दो छोटी अवधि के और एक लंबी अवधि के परीक्षण से गुजरना होगा।
गगनयान परीक्षण के लिए जी.एस.एल.वी. मार्क-थ्री प्रक्षेपण वाहन का उपयोग होना है जिसमें दो क्रायोजेनिक इंजन इस्तेमाल किये जाएंगे। इसरो की ओर से विकसित इंजन को विकास नाम दिया गया है। (Aabhar Air News)