फसल कटाई का त्योहार लोहड़ी आज उत्तर भारत, विशेष रूप से पंजाब हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, जम्मू और चंडीगढ में मनाया जा रहा है। यह पर्व सर्दी की लम्बी रातों के अंत और गर्मी के लम्बे दिनों की शुरूआत का प्रतीक है। आज से सूर्य उत्तरायण की ओर बढता है। लोहडी के अवसर पर आग जलाई जाती है। फसल कटाई से सम्बद्ध इस उत्सव के अवसर पर मक्का के फुले, मूंगफली, रेवड़ी और गजक पडोसियों, मित्रों और संबंधियों में बांटी जाती है।
असम में माघ और भोगाली बिहू पर्व की पूर्व संध्या पर लोगों ने रात में अलाव जलाने की परम्परागत रस्म- उरूका की पूरी तैयारियां कर ली हैं। उरुका के अवसर पर आज रात सामुदायिक और पारिवारिक भोज का आयोजन किया जाएगा। केन्द्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और मुख्यमंत्री हिमन्त बिस्व सरमा ने भोगाली बिहू पर्व पर राज्य के लोगों को शुभकामनाएं दी हैं।
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने लोहड़ी के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दी है। राष्ट्रपति ने मकर संक्रांति, पोंगल, भोगाली बीहू, उत्तरायण और पौष पर्व की पूर्व संध्या पर भी लोगो को बधाई दी है। उन्होंने आपसी भाईचारे और जीवन में खुशहाली की कामना की है।
राष्ट्रपति ने अपने शुभकामना संदेश में कहा है कि ये सभी त्यौहार प्रकृति और खेती के साथ हमारे अटूट संबंधों को दर्शाते हैं। उन्होंने कहा कि ये पर्व भारत की विविधता में एकता का प्रतीक हैं।
उपराष्ट्रपति एम.वेंकैया नायडू ने लोहड़ी के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दी हैं। ट्वीट संदेश में उपराष्ट्रपति ने कहा कि फसल कटाई की शुरूआत से जुड़ा यह पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह पर्व सभी बाधाओं और नकारात्मता को दूर करेगा तथा हमारे जीवन में सुख और समृद्धि लेकर आएगा।
(Aabhar Air News)