देश के प्रसिद्ध कथक नर्तक पंडित बिरजू महाराज का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। वे 83 वर्ष के थे। उन्‍होंने बचपन से ही अपने पिता के साथ कथक नृत्‍य की प्रस्‍तुति देना आरंभ कर दिया था और किशोरावस्‍था में वे कथक सिखाने लगे। 28 वर्ष की आयु में ही उन्‍हें संगीत नाटक पुरस्‍कार से सम्‍मानित किया गया।

लखनऊ के कालका-बिंदादीन घराने के शिष्‍य बिरजू महाराज के नृत्‍य में लय-ताल पर पूरा नियंत्रण और भाव भंगिमा प्रभावशाली थी। उन्‍हें सर्वोच्‍च नागरिक पुरस्‍कार पद्म विभूषण सहित अनेक पुरस्‍कारों से सम्‍मानित किया गया।    (Aabhar Air News)