नई दिल्‍ली में आज इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति की मशाल को राष्ट्रीय समर स्मारक की ज्योति की मशाल के साथ मिला दिया जाएगा। इस अवसर पर आयोजित होने वाले समारोह की अध्‍यक्षता एकीकृत रक्षा स्टाफ प्रमुख करेंगे।
 विश्‍व युद्ध में प्राणों की आहुति देने वाले भारत-ब्रिटेन के 70 हजार सैनिकों के सम्‍मान में इंडिया गेट का उद्घाटन 1931 में किया गया था। 1971 में भारत-पाकिस्‍तान युद्ध के बाद अमर जवान ज्‍योति स्‍थापित की गई थी। लम्बी प्रतीक्षा के बाद इंडिया गेट परिसर में राष्ट्रीय समर स्मारक का निर्माण किया गया और फरवरी 2019 में इसका उद्घाटन किया गया था।
 
सरकारी सूत्रों के अनुसार अमर जवान ज्‍योति के बारे में भ्रामक सूचनाएं फैल रही है। अमर जवान ज्‍योति बुझाई नही जा रही है। इसे राष्‍ट्रीय समर स्‍मारक पर प्रज्‍जवलित ज्‍योति के साथ मिलाया जा रहा है। सूत्रों ने कहा कि अमर जवान ज्योति पर 1971 और अन्य युद्धों के शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई है लेकिन इन शहीदों के नाम वहां अंकित नहीं है।
इंडिया गेट पर केवल कुछ शहीदों के नाम अंकित हैं जो प्रथम विश्व युद्ध और एंग्लो अफगान युद्ध में अंग्रेजों के लिए लड़े थे। सरकारी सूत्रों ने कहा कि 1971 और इसके पहले और बाद के युद्धों सहित सभी युद्धों के सभी भारतीय शहीदों के नाम राष्ट्रीय समर स्मारक में अंकित किए गए हैं, इसलिए वहां शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करना एक सच्ची श्रद्धांजलि होगी। (Aabhar Air News)