प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नई दिल्ली में इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की होलोग्राम प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर श्री मोदी ने कहा कि यह प्रतिमा स्वतंत्रता संग्राम के महानायक के प्रति राष्ट्र की श्रद्धांजलि है। उन्होंने कहा कि नेताजी की प्रतिमा न केवल हमें राष्ट्र के प्रति हमारे दायित्वों का स्मरण कराएगी बल्कि आने वाली पीढ़ियों को लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति प्रेरित भी करेगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की धरती पर पहली स्वतंत्र सरकार की स्थापना करने वाले नेताजी की यह महान प्रतिमा इंडिया गेट के निकट डिजिटल रूप में स्थापित की जा रही है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही होलोग्राम प्रतिमा के स्थान पर ग्रेनाइट की भव्य प्रतिमा लगाई जाएगी। उन्होंने नेताजी का वह कथन याद दिलाया, जिसमें वे कहा करते थे कि भारत की स्वतंत्रता के सपने पर विश्वास कभी कम नहीं होने देना चाहिए। उनका कहना था कि दुनिया में कोई ताकत भारत को नहीं हरा सकती। श्री मोदी ने कहा कि आज हमारे समक्ष स्वतंत्र भारत के सपने पूरे करने का लक्ष्य है और हमें नए भारत का निर्माण करना है। यह सपना आजादी के सौ वर्ष पूरे होने से पहले पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव का लक्ष्य भारत की पहचान और प्रेरणाओं को बहाल करना है। 

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें नेताजी की इस भावना से प्रेरणा लेने की आवश्यकता है कि हम कर सकते हैं और अवश्य करेंगे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि लोगों की भागीदारी के साथ हम नेताजी के सपनों के भारत का निर्माण कर सकेंगे।
आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में व्यक्तियों और संगठनों के बहुमूल्य योगदान और निस्वार्थ सेवाओं को सम्मानित करने के लिए श्री मोदी ने सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार प्रदान किए। उन्होंने कहा कि सरकार ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ जैसे संगठनों को मजबूत बनाया है, जो  अपनी जान जोखिम में डाल कर लोगों को आपदाओं से बचाते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना के दौरान राष्ट्र ने भूकम्प, बाढ़ और चक्रवात जैसी कई आपदाओं का सामना किया। उन्होंने कहा कि आपदा बलों के प्रयासों की बदौलत हम बड़ी संख्या में लोगों का जीवन बचाने में सफल रहे। उन्होंने कहा कि सरकार ने राहत, बचाव और पुनर्वास के साथ सुधारों पर बल दिया है।

(Aabhar Air News)