उत्तर प्रदेश में सात चरणों में होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए कल शाम नाम वापस लेने के बाद बहुकोणीय मुकाबलों की स्थिति स्पष्ट हो गई है। इस चरण की 58 सीटों के लिए 623 उम्मीदवार मैदान में हैं। मथुरा और मुजफ्फरनगर सीटों के लिए सबसे ज्यादा 15 उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि इग्लास सीट के लिए सबसे कम पांच उम्मीदवारों ने नामांकन भरा है।
इस चरण में अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित नौ सीट सहित 58 विधानसभा सीटों पर 10 फरवरी को मतदान होगा। ये निर्वाचन क्षेत्र ग्यारह जिलों -शामली (प्रबुद्ध नगर), मेरठ, हापुड़ (पंचशील नगर), मुजफ्फरनगर, बागपत, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अलीगढ़, आगरा, गौतम बुद्ध नगर और मथुरा में हैं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण और दोनों राज्यों में एक ही चरण में कराए जाने वाले 14 फरवरी के मतदान के लिए पर्चे भरने की आज आखिरी तारीख है। कल नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी और 31 जनवरी तक नाम वापस लिए जा सकेंगे।
प्रदेश में दूसरे चरण का मतदान 14 फरवरी को नौ जिलों के 55 विधानसभा क्षेत्रों के लिए होगा। इन में नौ सीटें अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित हैं। इन जिलों में सहारनपुर, बिजनौर, अमरोहा (जेपी नगर), मुरादाबाद, बरेली, रामपुर, संभल (भीम नगर), बदायूं और शाहजहांपुर जिले शामिल हैं। इसके साथ ही दो अन्य राज्यों - गोवा और उत्तराखंड में भी एक ही चरण में चुनाव कराया जा रहा है।
गोवा की चालीस और उत्तराखंड की 70 सीटों के लिए इसी चरण में मतदान होगा।
गोवा विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने का आज अंतिम दिन है। कल तक कुल 40 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए तीन सौ दस नामांकन दाखिल किए गए थे।
इस चरण में कल शाम तक उत्तर प्रदेश में 412, गोवा में 310 और उत्तराखंड में 448 नामांकन पत्र दाखिल किए जा चुके हैं।गोवा में कुल 11 लाख 56 हजार सात सौ 62 मतदाता हैं इनमें 11 लाख 56 हजार चार सौ 64 सामान्य और दो सौ 98 सैन्य कर्मी हैं। 9 हजार छह सौ 43 दिव्यांग मतदाता भी हैं। कुल मतदाताओं में 5 लाख 62 हजार पांच सौ पुरुष, 5 लाख 93 हजार 960 महिला और चार ट्रांसजेंडर शामिल हैं। 40 सदस्यों वाली राज्य विधानसभा में एक सीट अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित है।
उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण का मतदान 20 फरवरी को 16 जिलों के 59 विधानसभा क्षेत्रों में होगा। इसमें अनुसूचित जाति के लिए 15 सीटें सुरक्षित हैं। ये जिले हैं- हाथरस, कांशीराम नगर (कासगंज), एटा, मैनपुरी, फिरोजाबाद, फर्रुखाबाद, कन्नौज, इटावा, औरेय्या, कानपुर देहात, कानपुर नगर, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी और ललितपुर।
इसके अलावा पंजाब में एक ही चरण में राज्य की सभी 117 विधानसभा सीटों पर एक साथ चुनाव कराए जाएंगे।
उत्तर प्रदेश के तीसरे चरण और पंजाब के एक ही चरण के लिए पहली फरवरी तक नामांकन दाखिल किए जा सकते हैं।2 फरवरी को पर्चों की जांच की जाएगी। 4 फरवरी तक नाम वापस लिए जा सकते हैं।
कल शाम तक तीसरे चरण के चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में 42 जबकि पंजाब में एक ही चरण में 20 फरवरी को होने वाले मतदान के लिए 103 उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। तीसरे चरण के दौरान कुल 2 करोड़ 15 लाख 75 हजार चार सौ 30 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। इनमें 1 करोड़ 16 लाख 12 हजार दस पुरुष जबकि 99 लाख 62 हजार तीन सौ 24 महिला तथा एक हजार 96 ट्रांसजेंडर मतदाता शामिल हैं।
पंजाब में कुल 2 करोड़ 13 लाख 88 हजार सात सौ 64 मतदाता हैं, इनमें 2 करोड़ 12 लाख 75 हजार 66 सामान्य और 1 करोड़ 13 लाख छह सौ 98 सैन्य कर्मी शामिल हैं। दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 1 लाख 44 हजार छह सौ 67 है। कुल मतदाताओं में 1 करोड़ 11 लाख 87 हजार आठ सौ 57 पुरुष, 1 करोड़ 86 हजार पांच सौ 14 महिला और छह सौ 95 ट्रांसजेंडर हैं। 117 सदस्यों वाली पंजाब विधानसभा में 34 सीटें अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित हैं।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के चौथे चरण की अधिसूचना कल जारी की गई। पहले ही दिन 14 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किए।
चौथे चरण के चुनाव में नौ जिलों की 16 सुरक्षित सीट सहित कुल 59 निर्वाचन क्षेत्रों में 23 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। इनमें पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, लखनऊ, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, फतेहपुर और बांदा जिले शामिल हैं।
चुनाव के चौथे चरण के लिए तीन फरवरी तक नामांकन भरे जा सकेंगे और पर्चों की जांच चार फरवरी को की जाएगी, जबकि सात फरवरी तक उम्मीदवार अपना नाम वापस ले सकेंगे। मतगणना दस मार्च को होगी।
कोविड महामारी और ओमीक्रॉन के बढ़ते मामलों को देखते हुए निर्वाचन आयोग सुरक्षित चुनाव करवाने पर ध्यान दे रहा है।
निर्वाचन आयोग ने इस महीने की 31 तारीख तक सभी प्रकार की रैलियों और रोड शो पर प्रतिबंध बढ़ा दिया है। आयोग ने चुनाव वाले पांच राज्यों में कोविड महामारी की स्थिति और उसके रुझानों को ध्यान में रख कर स्थिति की व्यापक समीक्षा के बाद फैसला किया है कि किसी भी रोड शो, पदयात्रा, साइकिल या मोटरसाइकिल या फिर वाहन रैली और जुलूस की अनुमति नहीं दी जाएगी। आयोग ने कहा कि पहले चरण में चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की सूची को इस महीने की 27 तारीख को अंतिम रूप दे दिया जाएगा, इसलिए यह भी निर्णय लिया गया है कि इस महीने की 28 तारीख से 8 फरवरी तक सभी राजनीतिक दलों या पार्टी प्रत्याशियों को अधिकतम 500 व्यक्तियों या खुले स्थानों अथवा हॉल में 50 प्रतिशत क्षमता के साथ बैठने की अनुमति दी जाएगी या राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों द्वारा निर्धारित सीमा, जो भी कम हो, के नियम का पालन करना होगा। आयोग ने कहा कि चूंकि दूसरे चरण के लिए उम्मीदवारों की सूची को इस महीने की 31 तारीख को अंतिम रूप दिया जाएगा, इसलिए संबंधित पार्टियों या प्रत्याशियों को बैठक करने की अनुमति एक फरवरी से 12 फरवरी तक ऐसे ही प्रतिबंधों के साथ दी जाएगी।
निर्वाचन आयोग ने चुनाव वाले राज्यों में अधिकतम 500 लोगों या क्षमता के 50 प्रतिशत या राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा निर्धारित सीमा, जो भी कम हो, के साथ निर्दिष्ट खुले स्थानों पर सामान्य कोविड प्रतिबंधों के साथ प्रचार के लिए वीडियो वैन की अनुमति दी जाएगी ताकि लोगों की सुविधा और यातायात के सुचारू संचालन में कोई बाधा न हो। आयोग ने कहा कि राजनीतिक दल और प्रत्याशी चुनाव से जुड़ी गतिविधियों के दौरान सभी अवसरों पर कोविड उपयुक्त व्यवहार और दिशानिर्देशों तथा आदर्श आचार संहिता का अनुपालन सुनिश्चित करेंगे। चुनावों के संचालन के लिए 8 जनवरी को जारी संशोधित व्यापक दिशा-निर्देश, 2022 में निहित सभी शेष प्रतिबंध लागू रहेंगे। सभी संबंधित राज्य प्राधिकरण और जिला प्रशासन इन निर्देशों का अनुपालन पूरी तरह सुनिश्चित करेंगे।
राजनीतिक दलों को सलाह दी गई है कि वे ज्यादा से ज्यादा डिजिटल माध्यम से चुनाव प्रचार करें। उम्मीदवारों द्वारा घर-घर प्रचार के लिए अधिकतम दस व्यक्तियों को अनुमति दी जाएगी। यदि कोई उम्मीदवार या राजनीतिक दल किसी भी दिशा-निर्देश का उल्लंघन करता है, तो संबंधित उम्मीदवार या पार्टी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। सभी राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से कहा गया है कि वे अपने अपने राज्यों में कोविड संबंधी नियमों का कडाई से पालन कराना सुनिश्चित बनाएं।
आयोग पहले ही इन चुनावों के दौरान दूरदर्शन और आकाशवाणी पर मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को आवंटित प्रसारण समय में वृद्धि की घोषणा कर चुका है।
इस बीच, उत्तर प्रदेश में पहले दो चरणों के चुनाव के लिए प्रचार अभियान में काफी तेजी आ गई है। विभिन्न राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारक और प्रमुख नेता घर-घर जाकर अपने-अपने प्रत्याशियों के पक्ष में समर्थन जुटा रहे हैं। अन्य चुनावी राज्यों में भी राजनीतिक गतिविधियां पहले ही शुरू हो चुकी है। बडी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता चुनाव में प्रत्याशी बनने की इच्छा लिए अपनी-अपनी पार्टियों के वरिष्ठा नेता और पार्टी कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। (Aabhar Air News)