प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में 10 हजार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। उन्होंने उर्वरक संयंत्र, अखिलि भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान-एम्स और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद -आईसीएमआरके क्षेत्रीय केंद्र के नए भवन का उद्घाटन किया।
उद्घाटन के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पांच साल पहले इन परियोजनाओं की आधारशिला रखने के बाद आज उनका उद्घाटन करते हुए उन्हें बहुत खुशी हो रही है।
उन्होंने कहा कि जब देशवासियों ने मुझे 2014 में देश की सेवा करने का मौका दिया, तो उर्वरकों का उत्पादन अपर्याप्त था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने देश में उर्वरक की कमी को खत्म करने के लिए कई कदम उठाए हैं। श्री मोदी ने कहा कि ये परियोजनाएं क्षेत्र में रोजगार पैदा करने में मददगार होंगी।
इससे पहले, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा सरकार ने 30 साल से बंद पड़े उर्वरक संयंत्र का उद्घाटन करके असंभव को संभव कर दिखाया है। उन्होंने कहा कि आज का कार्यक्रम 'मोदी है तो मुमकिन है' के नारे का प्रमाण है।उन्होंने कहा कि संयंत्र को न केवल पुनर्जीवित किया गया है बल्कि उर्वरक उत्पादन की क्षमता भी बढ़ाई गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर और पूर्वी उत्तरप्रदेश बीमारियों से ग्रस्त क्षेत्र के रूप में जाना जाता है। इस क्षेत्र में जापानी इंसेफेलाइटिस के कारण बाल मृत्यु दर बहुत अधिक थी। अब एम्स और आईसीएमआर का क्षेत्रीय केंद्र पूर्वांचल की स्थिति को सुधारने में मदद करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार में स्वास्थ्य ढांचे में सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले पूर्वांचल में गोरखपुर में केवल एक मेडिकल कॉलेज था। लेकिन अब देवरिया, कुशीनगर, सिद्धार्थनगर, बस्ती, बहराइच और अयोध्या जिलों में मेडिकल कॉलेज चल रहे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि 2014 तक राज्य में 12 जिलों में केवल 17 मेडिकल कॉलेज थे, लेकिन अब 59 मेडिकल कॉलेज हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत में कोविड प्रबंधन की सराहना की है। उन्होंने कहा कि राजय में 17 करोड़ लोगों का सफलतापूर्वक टीकाकरण किया गया है। (Aabhar Air News)