राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने संसद के बजट सत्र के लिए व्यवस्थाओं का कल शाम जायजा लिया। लोकसभा अध्यक्ष ने श्री नायडू से मुलाकात की और दोनों पीठासीन अधिकारियों ने लगभग 40 मिनट तक विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। सूत्रों ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर में संक्रमण फैलाव की गति देखते हुए श्री बिड़ला ने सुझाव दिया कि भीड़भाड़ से बचने के लिए दोनों सदनों के सदस्यों को संसद भवन में अलग अलग स्थानों पर नाम की पर्ची से बैठाया जा सकता है। राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने इस सुझाव का स्वागत किया।

दोनों सदनों के महासचिवों को संबंधित सदनों में विभिन्न दलों और समूहों के नेताओं से तुरंत बात करने और अलग-अलग स्थानों पर बैठने वाले सदस्यों के नामों की सूची बनाने का सुझाव देने को कहा गया। पार्टियों के सदस्‍यों की संख्‍या के आधार पर दोनों सदनों के कक्षों और दीर्घाओं में सीटें आवंटित की गईं हैं।
बैठने की व्‍यवस्‍था में परिवर्तन के कारण दोनों सदनों की बैठक के समय में प्रति बैठक एक घंटे की कमी को देखते हुए श्री नायडू और श्री बिड़ला ने विभिन्न कामकाज के लिए उपलब्ध समय का जायजा लिया। उन्होंने उपलब्ध समय के प्रभावी उपयोग के लिए सभी सदस्‍यों के सहयोग पर बल दिया।
दोनों सदनों के महासचिवों ने बताया कि संसद भवन परिसर को सैनिटाइज कर दिया गया है और कोरोना वायरस का फैलाव रोकने के लिए हर संभव उपाय किए जा रहे हैं।
श्री नायडू और श्री बिड़ला को बताया गया कि सभी सांसदों से सत्र शुरू होने से 48 घंटे पहले की आरटीपीसीआर रिपोर्ट लाने का अनुरोध किया गया है।
लोकसभा अध्यक्ष के एक प्रश्न के उत्तर में अधिकारियों ने बताया कि घर में सात दिनों के पृथकवास के बाद केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार किसी जांच की आवश्यकता नहीं है। (Aabhar Air News)