राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा है कि सरकार 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, और सबका प्रयास' के मंत्र पर चलते हुए अगले 25 वर्षों के लिए एक मजबूत नींव बनाने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि इस मजबूत नींव बनाने से जुड़ा सबसे महत्वपूर्ण संकल्प समावेशी और आत्मनिर्भर भारत का निर्माण है।
संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने लोगों के कल्याण के लिए बनाई गई सरकार की विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों की सराहाना की। उन्होंने कहा कि सरकार के अथक प्रयासों से ही भारत एक बार फिर से दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक बन गया है। देश ने मौजूदा वित्त वर्ष के पहले सात महीनों में 48 अरब डॉलर का निवेश आकर्षित किया है। उन्होंने कहा कि वैश्विक निवेशक भारत के विकास के प्रति आश्वस्त हैं।
उन्होंने कहा कि पिछले कई महीनों के दौरान वस्तु और सेवा कर संग्रह लगातार एक लाख करोड़ रुपये से ऊपर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 630 अरब डॉलर से अधिक हो गया है और देश का निर्यात भी तेजी से बढ़ रहा है, इसने पिछले कई रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने विनिर्माण क्षेत्र की क्षमता को पूरी तरह से साकार करने और युवाओं के लिए नए अवसर पैदा करने के लिए एक लाख 97 हजार करोड़ रुपये से अधिक के खर्च के साथ प्रोत्साहन आधिरित 14 योजनाएं शुरू की हैं। उन्होंने कहा कि ये पीएलआई योजनाएं न केवल भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र के रूप में बदलने में मदद करेंगी बल्कि 60 लाख से अधिक रोजगार भी पैदा करेंगे। सूक्ष्म, लघु और मझौले उद्यमों की देश की समृद्धि में भूमिका पर जोर देते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि यह उद्यम देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ और आत्मानिर्भर भारत के संचालक रहे हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि बुनियादी ढांचा किसी भी देश के विकास की नींव होता है और उसमें किये गये निवेश से लाखों नए रोजगार पैदा होते हैं, व्यापार करना सुगम होता है और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलता है। उन्होंने कहा कि सरकार ने बुनियादी ढांचे के विकास में तेजी लाने के लिए प्रधानमंत्री गतिशक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान योजना बनाई है ताकि विभिन्न मंत्रालय समन्वित तरीके से काम कर सकें।
कोविड महामारी में भारत के प्रयासों का उल्लेख करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि टीकाकरण कार्यक्रम ने महामारी के खिलाफ लड़ाई में देश की क्षमता को साबित किया है। उन्होंने कहा कि देश ने एक साल से भी कम समय में 150 करोड़ से अधिक कोविडरोधी टीके लगाकर इतिहास रचा है।
श्री कोविन्द ने कहा कि देश में 90 प्रतिशत से अधिक वयस्क आबादी को टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है, जबकि 70 प्रतिशत से अधिक लोग टीके की दोनों खुराक ले चुके हैं। उन्होंने कहा कि देश में बने टीके पूरी दुनिया को महामारी से मुक्त कराने में अहम भूमिका निभा रहे हैं और करोड़ों लोगों की जान बचा रहे हैं। राष्ट्रपति ने कोविड महामारी के खिलाफ लड़ाई में स्वास्थ्य कर्मियों और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं के योगदान की सराहना की।
सरकार की विभिन्न कल्याणकारी पहलों का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत मिशन न केवल मौजूदा स्वास्थ्य जरूरतों को पूरा करेगा, बल्कि देश के समक्ष आने वाले संकटों से भी निपटेगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की नीतियों की वजह से देश के आम आदमी तक स्वास्थ्य सेवाएं आसानी से पहुंच रही हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि देशभर में 80 हजार से अधिक स्वास्थ्य और आरोग्य केंद्र काम कर रहे हैं जिससे करोड़ों आयुष्मान भारत कार्ड धारक लाभान्वित हुए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने आठ हजार से अधिक जन औषधि केंद्रों के माध्यम से किफायती दर पर दवाएं उपलब्ध कराकर इलाज के खर्च को कम किया है।
सरकार के अंत्योदय मंत्र को दोहराते हुए श्री कोविन्द ने कहा कि सरकार प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत हर महीने गरीबों को मुफ्त राशन दे रही है। उन्होंने कहा कि जन धन-आधार-मोबाइल की त्रिमूर्ति ने नागरिकों को सशक्त बनाया है। उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान 44 करोड़ से अधिक गरीब देशवासियों को बैंकिंग प्रणाली से जोड़ने से करोड़ों लाभार्थियों को सीधे नकदी हस्तांतरण किया जा सका।
प्रधानमंत्री आवास योजना की सफलता का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि इस योजना के तहत गरीबों को दो करोड़ से अधिक पक्के मकान उपलब्ध कराए गए हैं। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन से लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव आना शुरू हो गया है। श्री कोविंद ने कहा कि सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था और किसानों को सशक्त बनाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। सरकार ने खाद्यान्न की रिकॉर्ड खरीद की है। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों से देश का कृषि निर्यात भी रिकॉर्ड स्तर तक बढ़ा है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2020-21 में कृषि निर्यात में 25 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई। उन्होंने कहा कि 11 करोड़ से अधिक किसान परिवारों को पीएम-किसान योजना के तहत एक लाख 80 हजार करोड़ रुपये मिले।
उन्होंने कहा कि किसानों को उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने किसान रेल सेवा शुरू कर किसानों के लिए समृद्धि के नए रास्ते खोलने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि सरकार कृषि भूमि के पास बुनियादी ढांचे के विकास के लिए भी निवेश कर रही है। श्री राम नाथ कोविन्द ने कहा कि सरकार ने नदियों को आपस में जोड़ने की योजना को भी आगे बढ़ाया है। केन-बेतवा लिंक परियोजना को 45 हजार करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया जाना है जिससे बुंदेलखंड क्षेत्र में जल संकट को समाप्त करने में मदद मिलेगी।
राष्ट्रपति ने महिलाओं को सशक्त बनाने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि सरकार ने उनके कल्याण के लिए कई कदम उठाए हैं और लैंगिक समानता लाने के लिए महिलाओं की शादी की उम्र को बढ़ाकर 21 साल कर दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने तीन तलाक को एक आपराधिक अपराध बनाकर समाज को खुलेआम मनमानी करने की प्रथा से मुक्ति दिलाने की शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि सरकार ने राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में महिला कैडेटों के प्रवेश को भी मंजूरी दी है और महिला कैडेटों का पहला बैच इस साल जून में एनडीए में प्रवेश करेगा।
श्री कोविंद ने कहा कि आत्मानिर्भर भारत के संकल्प और क्षमता को आकार देने के लिए केंद्र एक नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू कर रहा है। उन्होंने कहा कि नीति के माध्यम से स्थानीय भाषाओं को बढ़ावा दिया जा रहा है।
राष्ट्रपति ने जोर देकर कहा कि सरकार एक सुरक्षित भारत सुनिश्चित करने के लिए अत्यंत दृढ़ संकल्प के साथ काम कर रही है और देश रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो रहा है। जम्मू-कश्मीर के लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करने के लिए भी कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार पूर्वोत्तर के सभी राज्यों के सतत विकास के लिए प्रतिबद्ध है। इन राज्यों में हर स्तर पर बुनियादी सुविधाओं और आर्थिक अवसरों का विकास किया जा रहा है।
अफगानिस्तान पर राष्ट्रपति ने कहा कि मौजूदा स्थिति के बावजूद, भारत ने ऑपरेशन देवी शक्ति शुरू किया है। उन्होंने कहा कि चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद, भारत ने काबुल से कई भारतीय नागरिकों और कई अफगान हिंदू और सिख अल्पसंख्यकों को विमान से सुरक्षित निकाला और चिकित्सा आपूर्ति और खाद्यान्न पहुंचाकर अफगानिस्तान की मदद कर रहा है। (Aabhar Air News)