प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन परियोजनाओं का उद्घाटन करते हुए कृतज्ञता व्यक्त की है जिनकी आधारशिला उन्होंने पांच वर्ष पहले रखी थी। श्री मोदी ने कल उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में दस हजार करोड रूपये की लागत से पूरी की गई कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इन परियोजनाओं में उर्वरक संयंत्र, भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान-एम्स और भारतीय आयुर्विज्ञान
अनुसंधान परिषद-आईसीएमआर के क्षेत्रीय केंद्र का नया भवन शामिल हैं। श्री मोदी ने कहा कि ये परियोजनाएं इस बात का प्रमाण है कि न्यू इंडिया के लिए कुछ भी असंभव नहीं है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आगामी वर्षों में चार और उर्वरक संयंत्रों को बहाल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गोरखपुर में उर्वरक संयंत्र को बहाल करने से क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा होंगे और सम्बद्ध आर्थिक गतिविधियों को भी बढावा मिलेगा। श्री मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री ऊर्जा, गंगा गैस पाइपलाइन परियोजना से परिवारों को किफायती दरों पर गैस उपलब्ध होगी।
श्री मोदी ने कहा कि गोरखपुर में एम्स की मांग वर्षों से लंबित थी और इस पर किसी सरकार ने ध्यान नहीं दिया।
उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी ने देश में में छह आयुर्विज्ञान संस्थान खोलने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। उन्होंने बताया कि वर्तमान में 16 एम्स बनाने का कार्य जारी है और सरकार देश के प्रत्येक जिले में कम से कम एक चिकित्सा संस्थान खोलने की दिशा में काम कर रही है।
श्री मोदी ने योगी आदित्य नाथ सरकार की इस बात के लिए सराहना की कि वे किसानों के लाभ के लिए निरन्तर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने पिछली सरकारों की तुलना में किसानों को गन्ने की बकाया राशि का अधिक भुगतान किया है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार ने गन्ने का खरीद मूल्य बढाकर साढे तीन सौ रूपये प्रति क्विंटल कर दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि माफिया और अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजे जाने से राज्य अब विकास के पथ पर अग्रसर है।
इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा सरकार ने 30 वर्षों से बंद उर्वरक संयंत्र को फिर से चालू करके नामुमकिन को मुमकिन बना दिया है। उन्होंने कहा कि आज का कार्यक्रम इस बात का प्रमाण है कि मोदी है तो मुमकिन है।
उन्होंने कहा कि 2014 तक राज्य के 12 जिलों में केवल 17 मेडिकल कॉलेज थे जबकि आज राज्य मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़कर 59 हो गई है। उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश ने 17 करोड़ कोविड वैक्सीन डोज प्रदान की जा चुकी हैं। (Aabhar Air News)