उत्तर प्रदेश में कल पहले चरण का मतदान होगा। राज्य में सात चरणों में मतदान कराया जा रहा है। इस चरण में मुकाबले बहुकोणीय हैं। अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित नौ सीटों सहित 58 विधानसभा क्षेत्रों के लिए 623 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इनमें शामली, मेरठ, हापुड, मुजफ्फरनगर, बागपत, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अलीगढ, आगरा, गौतमबुद्ध नगर और मथुरा जिले की सीटें शामिल हैं।
इस बीच, राज्य में दूसरे चरण तथा गोवा और उत्तराखंड में एक ही चरण में होने वाले चुनाव के लिए प्रचार ने जोर पकड़ लिया है। विभिन्न दलों के स्टार प्रचारक और प्रमुख नेता मतदाताओं को रिझाने में लगे हुए हैं। घर-घर जाकर प्रचार और वर्चुअल अपील भी की जा रही है। पंजाब और मणिपुर सहित अन्य चुनावी राज्यों में राजनीतिक गतिविधियां पहले ही शुरू हो चुकी हैं। इस चरण का मतदान 14 फरवरी को कराया जाएगा।
उत्तर प्रदेश में दूसरे चरण के चुनाव के लिए 55 विधानसभा सीटों के लिए 586 उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि गोवा में एक ही चरण में 40 सीटों के लिए होने वाले चुनाव के लिए 301 उम्मीदवार तथा उत्तराखंड में 70 सीटों के लिए 632 उम्मीदवार मैदान में हैं।
उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण के चुनाव में बहुकोणीय मुकाबला होने की स्थिति बन गई है। इस चरण की 59 सीटों के लिए 627 उम्मीदवार मैदान में हैं। एटा, महरोनी और महोबा सहित तीन सीटों के लिए अधिकतम 15, जबकि करहल सीट के लिए न्यूनतम तीन उम्मीदवार मैदान में हैं।
पंजाब की 117 सीटों पर एक ही चरण में मतदान होगा। कुल एक हजार तीन सौ चार उम्मीदवार मैदान में हैं। साहनेवाल और पटियाला सीटों के लिए अधिकतम 19 उम्मीदवार, जबकि दिननगर सीट के लिए न्यूनतम पांच उम्मीदवार मैदान में हैं। इस चरण में 20 फरवरी को वोट डाले जाएंगे।
इस बीच, उत्तर प्रदेश में चौथे चरण के लिए 59 विधानसभा सीटों पर 624 उम्मीदवार मैदान में हैं। सवाजपुर के लिए अधिकतम 15 उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि पलिया और सेवाता में न्यूनतम छह उम्मीदवार मैदान में हैं। इस चरण का मतदान 23 फरवरी को कराया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के पांचवे चरण और मणिपुर में पहले चरण के लिए कल तक उत्तर प्रदेश में 965 और मणिपुर में 176 नामांकन दाखिल किए गए। आज पर्चों की जांच की जा रही है। 11 फरवरी तक नाम वापस लिए जा सकते हैं। 27 फरवरी को मतदान होगा।
उत्तर प्रदेश में छठे चरण के साथ ही मणिपुर में दूसरे और अंतिम चरण के मतदान के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया चल रही है। कल शाम तक उत्तर प्रदेश में 149 नामांकन दाखिल किए गए, जबकि मणिपुर में 13 नामांकन दाखिल किए गए। शुक्रवार तक पर्चे भरे जा सकते हैं। सोमवार को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। 16 फरवरी तक नाम वापस लिए जा सकते हैं। इस चरण में मतदान 03 मार्च को होगा।
उत्तर प्रदेश में सातवें और अंतिम चरण के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया कल अधिसूचना जारी होने के साथ शुरू हो जाएगी। राज्य में सातवें चरण का मतदान 7 मार्च को नौ जिलों के 54 विधानसभा क्षेत्रों में होगा, जिसमें 11 सीटें अनुसूचित जाति के लिए और दो अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित हैं। 17 तारीख तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे और 18 फरवरी को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। 21 फरवरी तक नाम वापस लिए जा सकते है।
निर्वाचन आयोग कोविड और ओमिक्रॉन के मद्देनजर सुरक्षित मतदान पर ध्यान दे रहा है।
आयोग ने चुनाव के दौरान रोड शो, पद-यात्रा, साइकिल या वाहन रैलियों और जुलूसों पर प्रतिबंध जारी रखने का फैसला किया है। रात आठ बजे से सुबह 8 बजे तक प्रचार पर रोक रहेगी। चुनाव वाले राज्यों में कोविड महामारी की मौजूदा स्थिति की व्यापक समीक्षा करने के बाद, आयोग ने प्रतिबंधों में ढील देने और राजनीतिक दलों या निर्दिष्ट स्थानों पर चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों की इनडोर या आउटडोर सार्वजनिक बैठकों की अनुमति देने का निर्णय लिया है। इसके अंतर्गत इनडोर हॉल की क्षमता के अधिकतम 50 प्रतिशत और खुले मैदान की क्षमता के 30 प्रतिशत या राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों द्वारा निर्धारित सीमा, जो भी कम हो, तक सीमित होगी।
आयोग ने घर-घर जाकर प्रचार करने के लिए अब 10 लोगों की जगह सुरक्षाकर्मियों को छोड़कर 20 लोगों को अनुमति दी है।
राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों को चुनाव से जुड़ी गतिविधियों के दौरान कोविड के दिशा-निर्देशों और आदर्श आचार संहिता का अनुपालन सुनिश्चित करना होगा।
(Aabhar Air News)