प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अबू धाबी के शहजादे तथा संयुक्त अरब अमारात सशस्त्र बल के उप प्रमुख कमांडर शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान आज वर्चुअल शिखर बैठक करेंगे। भारत, ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के रूप में अपनी स्वतंत्रता की 75वीं वर्ष गांठ और संयुक्त अरब अमारात अपनी स्थापना की स्वर्ण जयंती मना रहा है। ऐसे में दोनों नेताओं से ऐतिहासिक और दोस्ताना संबंधों की परिकल्पना करने की अपेक्षा की जा रही है। दोनों नेता परस्पर सहयोग के बारे में विचार-विमर्श करेंगे और आपसी हित के क्षेत्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। हाल के वर्षों में भारत और संयुक्त अरब अमारात के बीच संबंध सभी क्षेत्रों में मजबूत हुए हैं और दोनों पक्षों ने व्यापक सामरिक भागीदारी शुरू की है। प्रधानमंत्री ने 2015, 2018 और 2019 में संयुक्त अरब अमारात की यात्रा की थी जबकि अबू धाबी के शहजादे 2016 और 2017 में भारत आए थे। दोनों पक्षों के बीच मंत्री स्तरीय यात्रा भी जारी रही जिसमें विदेश मंत्री की तीन यात्राएं और पिछले वर्ष संयुक्त अरब अमारात के वाणिज्य और उद्योग मंत्री की यात्रा शामिल है। संयुक्त अरब अमारात में भारतीय समुदाय के करीब 35 लाख लोग रहते हैं। श्री मोदी ने महामारी के दौरान भारतीय समुदाय के लोगों का समर्थन करने के लिए संयुक्त अरब अमारात के नेतृत्व की सराहना की थी। संयुक्त अरब अमारात भी अपने विकास में भारतीय समुदाय के योगदान की सराहना करता रहा है। दोनों पक्ष महामारी के दौरान 2020 में एयर बबल व्यवस्था पर सहमत हुए थे, जिसके कारण कोविड-19 की चुनौतियों के बावजूद दोनों देशों के बीच लोगों की आवाजाही हो पाई थी। |