यूक्रेन में रूस के सैन्‍य अभियान पर चर्चा के लिए आज रात संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा की आपात बैठक होगी। महासभा के अध्‍यक्ष अब्‍दुल्‍ला शाहिद न्‍यूयॉर्क में संयुक्‍त राष्‍ट्र मुख्‍यालय में इस बैठक की अध्‍यक्षता करेंगे। बैठक में, यूक्रेन के संबंध में सुरक्षा परिषद के संकल्‍प पर चर्चा होगी। शुक्रवार को रूस ने इस संकल्‍प पर वीटो  का प्रयोग किया था।
सुरक्षा परिषद में कल रात इस बात पर सहमति बनी कि आज संयुक्‍त राष्‍ट्र महासभा की विशेष आपात बैठक बुलायी जाये। भारत के अलावा चीन और संयुक्‍त अरब अमारात ने परिषद में प्रस्‍ताव पर मतदान में हिस्‍सा नहीं लिया। रूस ने इस प्रस्‍ताव के खिलाफ मतदान किया जबकि सुरक्षा परिषद के 11 सदस्‍य देश इसके पक्ष में रहे। इस मतदान में वीटो के प्रयोग की अनुमति नही थी और यह संकल्‍प पारित हो गया। 
मतदान से अनुपस्थित रहने पर भारत ने कहा कि यह खेद की बात है कि यूक्रेन मुद्दे पर सुरक्षा परिषद की पिछली बैठक के बाद से यूक्रेन में स्थिति बदतर हो गई है।
संयुक्‍त राष्‍ट्र में भारत के स्‍थायी प्रतिनिधि टी.एस. तिरूमूर्ति ने कहा कि हिंसा तुरंत रोके जाने और शत्रुतापूर्ण व्‍यवहार तुरंत बंद किये जाने की आवश्‍यकता है। उन्‍होंने कहा कि कूटनयिक मार्ग और बातचीत से ही समस्‍या का समाधान निकल सकता है। श्री तिरूमूर्ति ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने रूस और यूक्रेन के शीर्ष नेतृत्‍व के साथ हाल की बातचीत में भी इस पर बल दिया है। उन्‍होंने कहा कि बेलारूस की सीमा पर बातचीत के लिए दोनों पक्षों की सहमति का भारत स्‍वागत करता है।
श्री तिरूमूर्ति ने यह भी कहा कि भारत, यूक्रेन में फंसे अपने सभी नागरिकों की सुरक्षा को लेकर अत्‍यंत चिंतित है। उन्‍होंने कहा कि यूक्रेन से लगती सीमाओं पर जटिल और अनिश्चित परिस्थितियों के कारण भारतीयों की निकासी के काम पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। उन्‍होंने कहा कि समग्र परिस्थितियों को देखते हुए ही भारत ने सुरक्षा परिषद में मतदान से गैर-हाजिर रहने का निर्णय लिया। (Aabhar Air News)