प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि देश को आत्‍मनिर्भर बनाने में प्रौद्योगिकी की अहम भूमिका होगी। केंद्रीय बजट में प्रौद्योगिकी आधारित विकास से संबंधित घोषणाओं के क्रियान्‍वयन पर चर्चा के लिए आयोजित वेबिनार को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि प्रौद्योगिकी देश के सामान्‍य नागरिक को सशक्‍त करने का माध्‍यम और देश को आत्‍मनिर्भर बनाने का मजबूत आधार है। उन्‍होंने बजट घोषणाओं के अमल को सुनिश्चित करके इनके फायदों को लोगों तक पहुंचाने पर जोर दिया। उन्‍होंने कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी एक अलग क्षेत्र नहीं है बल्कि यह डिजिटल अर्थव्‍यवस्‍था से जुड़ा हुआ है और उन्‍नत प्रौद्योगिकी का आधार है, जो तेजी से आपूर्ति और लोगों को सशक्‍त बनाने पर ध्‍यान केन्द्रित कर रहा है।
श्री मोदी ने कहा कि प्रौद्योगिकी के माध्‍यम से सरकार ने देश को आत्‍मनिर्भर बनाने के लिए कई नई पहल की हैं। वर्ष 2022-23 के बजट में तेजी से उभरते क्षेत्रों- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, भू-स्‍थानिक प्रणाली, ड्रोन, सेमीकंडक्टर्स, जीनोमिक्स, अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, जैसे क्षेत्रों पर व्यापक रूप से ध्यान केंद्रित किया गया है। श्री मोदी ने कहा कि विज्ञान सार्वभौमिक है लेकिन प्रौद्योगिकी स्‍थानीय होनी चाहिए। उन्‍होंने एनिमेशन, विजुअल एफेक्‍ट्स, गेमिंग और कॉमिक्‍स यानी ए वी जी सी क्षेत्रों में युवाओं के लिए रोजगार की बड़ी संभावनाएं हैं। उन्‍होंने ए वी जी सी क्षेत्रों को बढ़ावा देने पर जोर दिया ताकि क्षमता निर्माण कर भारतीय और विश्‍व के बाजारों की मांग को पूरा किया जा सके।

प्रधानमंत्री ने कहा कि स्‍वदेशी तकनीक से विभिन्‍न क्षेत्रों में मनोबल बढ़ेगा और आत्‍मनिर्भरता आएगी जो समय की मांग है। उन्‍होंने इस बात का उल्‍लेख किया कि अमरीका के राष्‍ट्रपति जो बाइडन ने भी अपने देश में आत्‍मनिर्भरता पर जोर दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में फिनटेक नवाचार तेजी से बढ़ा है। उन्होंने कहा कि भू-स्थानिक व्‍यवस्‍थाएं युवाओं के लिए रोजगार के अवसर प्रदान कर सकती हैं, और भारतीय उद्योग को अधिक कुशल और प्रतिस्पर्धी बना सकती हैं।
वेबिनार का आयोजन केन्‍द्र सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार कार्यालय, वैज्ञानिक कार्यों से जुड़े विभिन्‍न मंत्रालयों और विभागों ने किया है। (Aabhar Air News)