संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि रूस के विशेष सैन्य अभियान के बाद दस लाख लोग यूक्रेन छोड़ चुके हैं।
रूस की सेना के यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में बमबारी जारी रखने और दो रणनीतिक बंदरगाहों पर कब्जा करने के बाद से लोग वहां से पलायन कर रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी के अनुसार एक सप्‍ताह से भी कम समय में यूक्रेन की 2 प्रतिशत से अधिक आबादी को देश छोड़ कर जाना पड़ा है।
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी की प्रवक्ता शाबिया मंटू ने बताया कि यूक्रेन से इतनी बड़ी संख्‍या में लोगों का पलायन इस सदी का सबसे बड़ा शरणार्थी संकट बन सकता है।
खारकीव से सबसे अधिक संख्‍या में लोगों का पलायन हुआ है। शहर से चलने वाली ट्रेनें यात्रियों से ठसा-ठस भरी हैं और स्‍टेशनों पर भी भारी भीड़ देखी जा रही है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने देशवासियों से रूस की सेना का प्रतिरोध जारी रखने का आह्वान किया है।
उधर, पिछले सप्‍ताह अभियान शुरू करने के बाद रूस ने पहली बार युद्ध में हताहत होने वालों की संख्‍या बताई। उसने बताया कि इस युद्ध में उसके पांच सौ सैनिक मारे गए हैं और एक हजार छह सौ सैनिक घायल हुए हैं। यूक्रेन ने मारे गए सैनिकों की संख्‍या तो नहीं बताई है लेकिन दो हजार से अधिक नागरिकों के मारे जाने का दावा किया है।

(Aabhar Air News)