प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत का स्पष्ट दृष्टिकोण है कि दीर्घकालिक विकास, सतत ऊर्जा स्रोतों से ही संभव है। दीर्घकालिक विकास के लिए ऊर्जा की भूमिका विषय पर आयोजित वेबीनार को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में देश में ऊर्जा की मांग में वृद्धि होगी इसलिए हमें नवीकरणीय ऊर्जा की ओर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सतत विकास के लिए उर्जा का आज का विषय न केवल हमारे पारम्परिक ज्ञान से प्रेरित है बल्कि यह देश के भविष्य का भी नेतृत्व करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि वे जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र के 26वें सम्मेलन के नेट-जीरो लक्ष्य को प्राप्त करने को चुनौती नहीं बल्कि अवसर के रूप में देखते हैं। श्री मोदी ने कहा कि देश ने वर्ष 2030 तक अपनी ऊर्जा जरूरतों का 50 प्रतिशत गैर जीवाश्म ईंधनों से प्राप्त करने का लक्ष्य निर्धारित किया है तथा यह और अधिक टिकाऊ पद्धतियों की दिशा में बढने का अवसर है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हाइड्रोजन पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण पर ध्यान देने की जरूरत है जिसमें निजी क्षेत्र महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उन्होंने कहा कि हाइड्रोजन पारिस्थितिकी तंत्र उर्वरकों, रिफाइनरियों तथा परिवहन क्षेत्रों से जुड़ा है। इसमें निजी क्षेत्र को नई सोच के साथ काम करना चाहिए ताकि देश की क्षमता का पूर्ण उपयोग हो सके। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय बजट 2022-23 में बैटरी बदलने की नीति पर विशेष ध्यान दिया गया है ताकि ऊर्जा दक्षता क्षमताओं में वृद्धि हो सके। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों में सुधार के लिए टिकाऊ और अभिनव कारोबारी मॉडल विकसित करने की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने एल ई डी बल्ब का उत्पादन बढा दिया है जिससे इसकी कीमत में भारी कमी आई है। उन्होंने कहा कि उजाला योजना के लागू होने से आम आदमी को बिजली के मद में लगभग बीस हजार करोड रूपये की बचत हुई है।
श्री मोदी ने कहा कि हर परिवार में अपना सोलर ट्री होना चाहिए जिससे घर में 15 प्रतिशत तक बिजली की बचत की जा सके। उन्होंने कहा कि यह न केवल एक अदभुत उपाय है बल्कि पर्यावरण अनुकूल भी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ऊर्जा बचत और उत्पादन, वहनीयता के लिए समान रूप से महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि देश में ऐसे एयरकंडीशनर, हीटर, गीज़र, और इस तरह के उत्पाद बनाने की जरूरत है जिससे ऊर्जा की और अधिक बचत हो। श्री मोदी ने कहा कि वेबीनार का उददेश्य नई बजट योजनाओं के कार्यान्वयन पर ध्यान केन्द्रित करना है। (Aabhar Air News)