प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि महात्‍मा गांधी के ग्राम स्‍वराज्‍य के सपने को साकार करने में पंचायत राज प्रणाली बहुत महत्‍वपूर्ण है। अहमदाबाद में गुजरात महा-पंचायत सम्‍मेलन को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि महात्‍मा गांधी का मानना था कि गांवों को सशक्‍त बनाकर ही गांव का विकास किया जा सकता है। उन्‍होंने कहा कि गुजरात महात्‍मा गांधी और सरदार पटेल की भूमि है। आजादी के अमृत महोत्‍सव के अवसर पर महात्‍मा गांधी और सरदार पटेल के सपनों को साकार करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध हैं।


प्रधानमंत्री  ने कहा कि पंचायती राज व्‍यवस्‍था में महिलाओं को अधिक प्रतिनिधित्‍व देने में  गुजरात देश में सबसे अग्रणी राज्‍य है। उन्‍होंने कहा कि गुजरात समरस यानि निर्विरोध ग्राम पंचायत के लिए भी जाना जाता है। गांवों में चुनावों के दौरान विरोध और द्वेष भाव समाप्‍त करने के उद्देश्‍य से संत विनोबा भावे ने यह विचार रखा था।

 

कोविड महामारी के प्रति जागरुकता दिखाने के लिए प्रधानमंत्री ने देश के ग्रामीणों की प्रशंसा की। उन्‍होंने कहा कि जब पूरा विश्‍व महामारी से जूझ रहा था तब हमारे देश के ग्रामीणों ने अपनी सजगता से इस महामारी को नियंत्रण में रखा। प्रधानमंत्री ने अधिकतम अन्‍न उत्‍पादन के लिए छोटे किसानों का भी आभार व्‍यक्‍त किया।


प्रधानमंत्री ने ग्राम पंचायत सदस्‍यों से अपील की कि वे छोटी योजनाओं के जरिए ग्रामीणों के उत्‍थान का कार्य करें। उन्‍होंने गांव के लोगों और पंचायत सदस्‍यों से कहा कि स्‍कूल निर्माण, जल संरक्षण, प्राकृतिक खेती और पौधारोपण जैसे कार्यों में योगदान दें। हमारे संवाददाता ने खबर दी है तालुका, जिला पंचायतों और नगर-निगमों के लगभग एक लाख 40 हजार प्रतिनिधियों ने महासम्‍मेलन में भाग लिया। (Aabhar Air News)