प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी और ऑस्‍ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्‍कॉट मॉरिसन के बीच आज दूसरी शिखर बैठक होगी। इसका आयोजन वर्चुअल माध्‍यम से किया जाएगा। विदेश मंत्रालय ने बताया है कि जून 2020 में दोनों नेताओं के बीच पहली ऐतिहासिक वर्चुअल बैठक में भारत-ऑस्‍ट्रेलिया द्विपक्षीय सम्‍बधों का दर्जा बढाकर व्‍यापक कार्यनीतिक भागीदारी के स्तर में बदला गया था।
इस बैठक में दोनों नेता व्‍यापक कार्यनीतिक भागीदारी के अंतर्गत विभिन्‍न उपायों की प्रगति की समीक्षा करेंगे। बैठक में भारत और ऑस्‍ट्रेलिया के बीच विभिन्‍न क्षेत्रों में सहयोग बढाने के नए उपायों पर विचार किया जाएगा। दोनों देशों के बीच व्‍यापार, महत्‍वपूर्ण खनिजों और प्रवासन तथा शिक्षा और अन्‍य मुद्दों के बारे में घनिष्‍ठ सहयोग पर चर्चा किए जाने की सम्‍भावना है।

भारत-ऑस्ट्रेलिया के द्विपक्षीय संबंधों में हाल के वर्षों में महत्‍वपूर्ण इजाफा हुआ है। वर्ष 2020 में एक व्यापक कार्यनीतिक साझेदारी के रूप में सकारात्मक दिशा में बढे हैं। विदेश नीति के बारे में नवंबर 2017 में जारी ऑस्ट्रेलिया का श्वेत पत्र भारत को अंतर्राष्ट्रीय साझेदारी में अग्रणी स्‍थान देता है। भारत और ऑस्‍ट्रेलिया के बीच असैनिक परमाणु सहयोग समझौता और ऑसिंगडेक्‍स तथा मालाबार जैसे युद्ध अभ्‍यास दोनों देशों के संबंधों के महत्‍व को उजागर करते हैं। क्वाड पहल के साथ-साथ हिन्‍द प्रशांत में ऑस्ट्रेलिया एक प्रमुख भागीदार है। यह त्रिपक्षीय संगठनों- भारत-ऑस्ट्रेलिया-इंडोनेशिया और भारत-ऑस्ट्रेलिया-फ्रांस में भी भागीदार है। ऑस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय की संख्‍या और महत्व लगातार बढ़ रहा है। इस समय वहां 7 लाख 21 हजार से अधिक भारतीय रह रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया में कुशल अप्रवासियों में भारतीय शीर्ष स्‍थान पर है। भारत से छात्रों और पर्यटकों का आवागमन वहां लगातार जारी रहता है। (Aabhar Air News)