राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने आज गुजरात विधानसभा को संबोधित किया और देश की प्रगति में राज्य के लोगों और नेताओं के योगदान की प्रशंसा की। राज्य विधानसभा को पहली बार किसी राष्ट्रपति ने संबोधित किया। यह कार्यक्रम देश की आजादी के 75 साल पूरे होने का जश्न मनाने के लिए 'आज़ादी का अमृत महोत्सव' का हिस्सा था।
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि देश की आजादी की लडाई में गुजरात के लोगों ने अग्रणी भूमिका निभाई।
उन्होंने कहा कि वडोदरा के महाराजा सयाजीराव गायकवाड़ ने डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर को उच्च शिक्षा ग्रहण करने में मदद की थी। डॉक्टर आम्बेडकर ने छुआछूत की कुरीति को समाप्त करने का संकल्प लिया था।
गुजरात विधानसभा की अध्यक्ष निमाबेन आचार्य ने कहा कि हमें गर्व है कि राष्ट्रपति कोविंद ने 'आजादी का अमृत महोत्सव' के समारोह के दौरान सदन को संबोधित करने के निमंत्रण को स्वीकार किया।
राष्ट्रपति कल जामनगर में एक समारोह में भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस के 'वलसुरा' को 'राष्ट्रपति ध्वज प्रदान करेंगे।
इससे पहले आज सवेरे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अहमदाबाद हवाई अड्डे पर पहुंचने पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। राज्यपाल और मुख्यमंत्री तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने राष्ट्रपति कोविंद की आगवानी की।
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि लोकतंत्र में जनप्रतिनिधियों की भूमिका अहम होती है। उन्होंने कहा कि विधान सभा के सदस्य अपने क्षेत्र और राज्य की जनता के प्रतिनिधि होते हैं। लोगों को उनसे बहुत उम्मीदें और आकांक्षाएं हैं। उन आकांक्षाओं को पूरा करने का प्रयास सभी के लिए सर्वोपरि होना चाहिए। (Aabhar Air News)