विदेश मंत्री सुब्रमणयम जयशंकर कल श्रीलंका की तीन दिन की यात्रा पर राजधानी कोलंबो पहुंचे। एक ट्वीट में डॉक्टर जयशंकर ने कहा कि वे द्विपक्षीय वार्ता और बंगाल की खाडी क्षेत्र के देशों के तकनीकी और आर्थिक सहयोग संगठन- बिम्सटेक की मंत्रिस्तरीय बैठक में भाग लेने के लिए वहां पहुंचे हैं। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि विदेश मंत्री की श्रीलंका में होने वाली द्विपक्षीय बैठक इस तथ्य को दर्शाती है कि भारत श्रीलंका को कितनी प्राथमिकता देता है। मालदीव और श्रीलंका दोनों ही हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के प्रमुख पड़ोसी देश हैं।
इससे पहले विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कल मालदीव के माले में नेशनल कॉलेज फॉर पुलिसिंग एण्ड लॉ एंडफोर्समेंट के उद्घाटन अवसर पर कहा कि भारत और मालदीव के बीच रक्षा सहयोग, भागीदारी का एक अन्य प्रमुख आधार है। उन्होंने मालदीव की नीति- भारत पहले और भारत की नीति- पडोसी पहले की सराहना करते हुए कहा कि हाल के समय में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह के नेतृत्व में दोनों देशों की भागीदारी तेजी से बडे पैमाने पर बढी है। डॉ. जयशंकर ने दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों की चर्चा करते हुए कहा कि वर्ष 2020 और 2021 में भारत से मालदीव जाने वाले पर्यटकों की संख्या सबसे अधिक थी और एयर बबल व्यवस्था से इसमें काफी मदद मिली। (Aabhar Air News)