प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत और अमरीका स्वभाविक भागीदार हैं क्योंकि वे दुनिया के सबसे बडे लोकतंत्र हैं। कल शाम अमरीका के राष्ट्रपति जो. बाइडेन के साथ वर्चुअल बैठक में श्री मोदी ने कहा कि यह बातचीत ऐसे समय में हो रही है जब यूक्रेन में स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। उन्होंने कहा कि कुछ सप्ताह पहले तक बीस हजार से अधिक भारतीय यूक्रेन में फंसे हुए थे और उनमें से ज्यादातर युवा विद्यार्थी थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने यूक्रेन में नागरिकों की सुरक्षा और उन्हें दवाएं तथा राहत समग्री सहित निर्बाध मानवीय सहायता पहुंचाने को बहुत महत्व दिया है।
हमने यूक्रेन में सिविलियन जनता की सुरक्षा और उनको मानवीय सहायता की निर्बाध आपूर्ति पर भी महत्व दिया है और जिसका अभी आपने प्रारंभ में जिक्र भी किया। हमने अपनी तरफ से दवाइयां व अन्य राहत सामग्री यूक्रेन और उनके पड़ोसी देशों को भेजी हैं और यूक्रेन की मांग पर हम शीघ्र ही दवाइयों का एक और कंसाइनमेंट भेज रहे हैं।
श्री मोदी ने कहा कि यूक्रेन के बुचा शहर में निर्दोष नागरिकों की हाल की हत्या बहुत परेशान करने वाली है। उन्होंने कहा कि भारत इसकी निंदा करता है और निष्पक्ष जांच की मांग करता है। प्रधानमंत्री ने आशा व्यक्त की कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी बातचीत से शांति का मार्ग प्रशस्त होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने यूक्रेन और रूस के राष्ट्रपति से कई बार फोन पर बात की और उनसे शांति की अपील की।
इस पूरे घटनाक्रम के दौरान मैंने यूक्रेन और रूस दोनों के राष्ट्रपतियों से कई बार फोन पर बातचीत की। मैंने न सिर्फ शांति की अपील की, बल्कि मैंने राष्ट्रपति पुतिन को यूक्रेन के राष्ट्रपति के साथ सीधी बातचीत का सुझाव भी रखा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय संसद में यूक्रेन के बारे में विस्तृत चर्चा हुई है। श्री मोदी ने राष्ट्रपति बाइडेन की अपने कार्यकाल के आरंभ में महत्वपूर्ण नारा-लोकतंत्र जन कल्याण कर सकता है- देने की सराहना की। प्रधानमंत्री ने कहा कि वे श्री बाइडेन की इस बात से सहमत है कि दोनों देशों के बीच साझेदारी कई वैश्विक समस्याओं के समाधान में योगदान कर सकती है।
अमरीका के राष्ट्रपति जो. बाइडेन ने अपनी शुरूआती टिप्पणी में कहा कि भारत और अमरीका दो जीवंत लोकतंत्र हैं जो मजबूत और प्रगतिशील रक्षा भागीदारी साझा करते हैं। श्री बाइडेन ने कहा कि सतत परामर्श और बातचीत यह सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण है कि भारत और अमरीका की भागीदारी लगातार मजबूत हो रही है।
हमारे संवाददाता ने बताया है कि दोनों नेताओं ने कोविड महामारी, वैश्विक आर्थिक बहाली, जलवायु गतिविधि, दक्षिण एशिया और हिंद प्रशांत क्षेत्र में हाल के घटनाक्रमों और यूक्रेन की स्थिति जैसे कई क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर व्यापक विचार-विमर्श किया।
(Aabhar Air News)