राष्‍ट्र आज भारतीय संविधान के मुख्य शिल्‍पी डॉक्‍टर भीम राव आम्‍बेडकर को उनकी एक सौ 31वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। इस अवसर पर देशभर में अनेक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। आज सुबह संसद भवन परिसर में बाबा साहिब की प्रतिमा पर श्रद्धा-सुमन अर्पित किए जाएंगे।
 
एक महान समाज सुधारक, अर्थशास्‍त्री और कुशाग्र राजनीतिज्ञ डॉक्‍टर बी.आर. आम्‍बेडकर ने अपना पूरा जीवन जनहित के लिए समर्पित कर दिया। वंचित वर्गों के प्रति सामाजिक और जातिगत भेदभाव समाप्‍त करने के लिए वे जीवनभर संघर्षरत रहे। वह स्‍वतंत्र भारत के पहले विधि और न्‍याय मंत्री बनाये गये। वर्ष 1990 में उन्‍हें मरणोपरांत देश के सर्वोच्‍च नागरिक सम्‍मान भारत रत्‍न से अलंकृत किया गया। 
राष्‍ट्रपति राम नाथ कोविन्‍द ने डॉक्‍टर भीमराव आम्‍बेडकर जयंती पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। अपने संदेश में राष्‍ट्रपति ने कहा कि डॉक्‍टर आम्‍बेडकर ने राष्‍ट्र निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाई। वे कुशल अर्थशास्त्री तथा मानवाधिकार और महिला सशक्तीकरण के समर्थक थे। उन्‍होंने समाज में सद्भाव को बढावा देते हुए जाति व्‍यवस्‍था की बुराईयों को समाप्‍त करने का प्रयास किया। श्री कोविन्‍द ने कहा कि डॉक्‍टर आम्‍बेडकर गरीबों और पिछडे वर्गों के अधिकारों के लिए लगातार कार्य करते रहे।
   
राष्‍ट्रपति कोविन्‍द ने कहा कि लोगों को देश के इस महान सपूत के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्‍होंने कहा कि साम‍ाजिक और आर्थिक न्‍याय तथा अवसर की समानता के सिद्धांतों के आधार पर राष्ट्र निर्माण डॉक्‍टर आम्‍बेडर के प्रति सच्‍ची श्रद्धांजलि होगी। (Aabhar Air News)