प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज गांधीनगर के महात्मा मंदिर में वैश्विक आयुष निवेश और नवाचार सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस अवसर पर मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविन्द कुमार जुगनॉथ और विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक डॉ0 टेड्रॉस गेब्रेयेसुस भी मौजूद थे।
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर आयुष निर्यात संवर्धन परिषद की भी वर्चुअल माध्यम से शुरूआत की। श्री मोदी ने आयुष सूचना केन्द्र, आयुष नैक्स्ट और आयुषॉफ्ट जैसी सूचना प्रौद्योगिकी पहल की भी शुरूआत की।
उद्घाटन समारोह में मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविन्द कुमार जुगनॉथ ने कहा कि भारत विश्व की फार्मेसी के रूप में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि भारत आयुष आयुर्वेद और पारम्परिक चिकित्सा पद्धति में भी अग्रणी बनकर उभरेगा।
इस अवसर पर डॉ0 टेड्रॉस ने कहा कि इस आयुष केन्द्र के जरिये भारत पूरी दुनिया तक पहुंचेगा और पूरी दुनिया भारत आएगी। उन्होंने आयुष क्षेत्र में वृद्धि को महत्वपूर्ण बताया। डॉ0 टेड्रॉस ने कहा कि आयुष उद्योग 2014 से हर वर्ष 17 प्रतिशत की दर से बढ रहा है। इस वर्ष के आखिर तक आयुष उद्योग 23 अरब डॉलर का होने की संभावना है, इसीलिए उद्यमियों को इस क्षेत्र में बडे निवेश के लिए आकर्षित किया जा रहा है।
तीन दिन का वैश्विक आयुष निवेश और नवाचार सम्मेलन पांच सत्र का होगा। इस दौरान आठ गोलमेज वार्ताएं, छह कार्यशालाएं और दो संगोष्ठियां होंगी। सम्मेलन में लगभग 90 जाने-माने वक्ता शामिल होंगे। इस दौरान प्रदर्शनी में सौ निकाय अपने उत्पाद प्रदर्शित करेंगे।
इस सम्मेलन से निवेश की संभावनाएं बढाने में मदद मिलेगी। यह नवाचार, अनुसंधान और विकास, स्टार्टअप, पारिस्थिकीय और आरोग्य उद्योग को प्रोत्साहन भी देगा। इससे उद्योग जगत के प्रतिनिधि, शिक्षाविद् और विद्वान एक मंच पर आएंगे। यह सम्मेलन भविष्य के लिए विचार-विमर्श का मंच भी प्रदान करेगा।
समारोह के दौरान गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, केन्द्रीय आयुष मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया भी मौजूद है। (Aabhar Air News)