प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज शाम दिल्ली के लालकिले में श्री गुरु तेग बहादुर जी के चार सौ वें प्रकाश परब समारोहों में भाग लेंगे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री उपस्थित लोगों को सम्बोधित करेंगे तथा स्मारक सिक्का और डाक टिकट जारी करेंगे। कार्यक्रम का आयोजन भारत सरकार, दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के सहयोग से कर रही है। आयोजन के दौरान रागी और देश के विभिन्न भागों के बच्चे शबद कीर्तन में भाग लेंगे। गुरु तेग बहादुरजी के जीवन पर भव्य ध्वनि और प्रकाश कार्यक्रम भी आयोजित होगा। इसके अलावा सिख गतका के पारम्परिक मार्शल आर्ट कौशल का भी प्रदर्शन होगा। यह कार्यक्रम धर्म, मानवीय मूल्य, आदर्शों और सिद्धांतों के लिए जीवन न्यौछावर करने वाले नौवें सिख गुरु, गुरु तेग बहादुरजी के शिक्षण पर आधारित होगा। कश्मीरी पंडितों की धार्मिक स्वतंत्रता के समर्थन के लिए मुगल बादशाह औरंगजेब ने उन्हें मौत की की सजा दी थी। उनकी पुण्यतिथि 24 नवम्बर प्रत्येक वर्ष शहीदी दिवस के रूप में मनाई जाती है। दिल्ली का गुरुद्वारा शीशगंज साहिब और गुरुद्वारा रकाबगंज उनके इस बलिदान से जुडा है। उनका बलिदान इस देश को एकता के सूत्र में पिरोने का सशक्त माध्यम साबित हुआ।
चार सौवें प्रकाश परब पर दो दिन का आयोजन कल लालकिला परिसर में शुरू हुआ। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने उद्घाटन सम्बोधन में कहा कि देश के प्रत्येक व्यक्ति के हृदय में गुरु तेग बहादुर जी के प्रति अपार श्रद्धा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमत्री के रूप में श्री नरेंद्र मोदी सौभाग्यशाली हैं कि गुरु तेग बहादुरजी का चार सौवां प्रकाश परब उनके कार्यकाल में आयोजित हो रहा है। श्री शाह ने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी 'हिंद की चादर', जगतगुरु के रूप में लोकप्रिय हैं और करोडो लोग उनके पथ का अनुसरण करते हैं। (Aabhar Air News)