प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा है कि कोविड की चुनौती अभी समाप्‍त नहीं हुई है। उन्‍होंने इससे बचाव के लिए सतर्क रहने की जरूरत पर बल दिया। देश में कोविड की स्थिति पर राज्‍यों के मुख्‍यमंत्रियों के साथ वाीडियो कांफ्रेंस के माध्‍यम से बातचीत में श्री मोदी  ने कहा कि यूरोपीय देशों में देखा गया है कि ओमीक्रॉन और इसके वेरिएंट तेजी से फैल रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि वैज्ञानिक और विशेषज्ञ देश और वैश्विक स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं और उनके सुझावों पर अमल करते हुए मिलकर काम करने की जरूरत है। श्री मोदी ने कहा कि संक्रमण को शुरुआत में ही रोकना पहले प्राथमिकता थी और आज भी यही बनी रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी पात्र बच्चों का जल्द से जल्द टीकाकरण हो, इसके लिए विशेष अभियान चलाने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व की बात है कि देश में 96 प्रतिशत वयस्क आबादी को कोविड का पहला टीका लग चुका है। उन्होंने कहा कि देश को टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट की अपनी रणनीति को प्रभावी ढंग से लागू करना होगा। श्री मोदी ने सार्वजनिक स्थानों पर कोविड-उपयुक्त व्यवहार को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया और मेडिकल कॉलेजों और जिला अस्पतालों में बुनियादी ढांचे को बढ़ाने का आह्वान किया।

श्री मोदी ने कहा कि कोविड से निपटने में केंद्र और राज्यों ने मिलकर काम किया। उन्‍होंने कहा कि वैश्विक परिस्थितियों को देखते हुए भारत की अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए आर्थिक निर्णय लेने पर केंद्र और राज्य सरकारों के बीच तालमेल की पहले से कहीं अधिक जरूरत है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के बोझ को कम करने के लिए केंद्र सरकार ने पिछले साल नवंबर में उत्पाद शुल्क में कमी की थी। (Aabhar Air News)