प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने आज उत्‍तर प्रदेश के वाराणसी में श्री काशी विश्‍वनाथ धाम के पहले चरण का लोकार्पण किया। इस अवसर पर तीन हजार से अधिक संत और पदाधिकारी उपस्थित थे। प्रधानमंत्री पहले काल भैरव मंदिर पहुंचे, जिसे काशी का रक्षक माना जाता है। उन्‍होंने मंदिर में पूजा-अर्चना भी की। उसके बाद प्रधानमंत्री गंगा जल लेकर काशी विश्‍वनाथ गलियारे से होते हुए काशी विश्‍वनाथ धाम गए।
प्रधानमंत्री शाम को रो-रो पोत से गंगा आरती देखेंगे।

हमारे संवाददाता ने बताया कि श्री काशी विश्‍वनाथ धाम के पहले चरण का निर्माण कार्य तीन अरब 39 करोड रुपये की लागत से पूरा किया गया है। यह परियोजना पांच लाख वर्ग फुट के व्‍यापक क्षेत्र में फैली हुई है। इससे पहले यह परिसर मात्र तीन हजार वर्ग फुट में था।
काशी विश्‍वनाथ धाम प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के मार्गदर्शन में विकसित किया गया है। प्रधानमंत्री ने मार्च 2019 में काशी विश्‍वनाथ धाम परियोजना की आधारशिला रखी थी। इस परियोजना से काशी विश्‍वनाथ मंदिर को सीधे गंगा घाट से जोड़ा गया है। परियोजना के पहले चरण में 23 भवनों का उद्घाटन किया गया। इस परियोजना के तहत यात्री सुविधा केन्‍द्र, पर्यटक सुविधा केन्‍द्र, वैदिक केन्‍द्र, संग्रहालय, दर्शक दीर्घा, फूडकॉर्ट इत्‍यादि सुविधाएं उपलब्‍ध कराई गई हैं। यहां रैंप, एस्‍कलेटर, और अन्‍य सुविधओं का भी प्रावधान किया गया है, ताकि दिव्‍यांगजन और बुजुर्ग भी

आसानी से बाबा विश्‍वनाथ के दर्शन कर सकें।
उद्धाटन समारोह के दौरान उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍ममंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन और प्रेरणा के तहत यह पावन दिन आया है। उन्‍होंने कहा कि इससे पहले काशी विश्‍वनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण महारानी अहिल्‍या बाई होल्‍कर ने कराया था।
   
मुख्‍यमंत्री ने कहा कि महात्‍मा गांधी जब वाराणसी आए, तो उन्‍होंने भी काशी को स्‍वच्‍छ बनाने का सपना देखा था और अब प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने यह सपना साकार किया है।   (Aabhar Air News)