विदेश मंत्री डॉक्टर एस. जयशंकर अपनी यात्रा के अगले चरण में ढाका से भूटान के लिए रवाना हो गए।
डॉक्टर जयशंकर कल ढाका पहुंचे थे। उन्होंने प्रधानमंत्री शेख हसीना से मुलाकात की। बाद में उन्होंने ढाका में बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ ए के अब्दुल मोमिन के साथ बैठक की।
बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने आपसी हित के मुद्दों के साथ-साथ महत्वपूर्ण क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। डॉक्टर जयशंकर ने प्रधानमंत्री शेख हसीना को भारत आने का निमंत्रण भी दिया।
बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए डॉक्टर जयशंकर ने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करना है। उन्होंने कहा कि नियमित रूप से बातचीत में अनौपचारिकता, समन्वय और सौहार्द दोनों देशों के बीच विश्वास को प्रदर्शित करता है।
डॉ. जयशंकर ने इस बात पर खुशी जाहिर की कि कोविड के बाद दोनों देशों के बीच व्यापार, द्विपक्षीय परियोजनाओं पर ऋण वितरण, यात्रा सेवा और निवेश नई ऊंचाइयों पर हैं। उन्होंने ऊर्जा और सम्पर्क के क्षेत्रों में नई परियोजनाओं के शीघ्र चालू होने की आशा व्यक्त की।
बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि डॉ मोमिन ने दोहराया कि भारत बांग्लादेश के लिए सबसे महत्वपूर्ण पड़ोसी है, यह देखते हुए कि पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों ने कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति हासिल की है।
विदेश मंत्री डॉ. मोमेन ने याद किया कि दोनों देशों ने मित्रता और सहयोग की भावना से कई लंबित मुद्दों का समाधान किया था। उन्होंने आशा व्यक्त की कि तीस्ता जल बंटवारा संधि पर शीघ्र हस्ताक्षर करने सहित सभी लंबित मुद्दों को शीघ्रातिशीघ्र समाप्त किया जा सकता है। विदेश मंत्री डॉ. मोमेन ने 1971 में बांग्लादेश के लिए लड़ने वाले भारत के युद्ध के दिग्गजों के परिवार के सदस्यों के लिए बांग्लादेश सरकार द्वारा 200 छात्रवृत्ति की भी घोषणा की। (Aabhar Air News)