प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन यूरोपीय देशों- जर्मनी, डेनमार्क और फ्रांस की तीन दिन की यात्रा के पहले चरण में जर्मनी की राजधानी बर्लिन पहुंच गये हैं। बर्लिन पहुंचने पर भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका भव्‍य स्‍वागत किया। श्री मोदी ने उनका चित्र बनाने वाली एक बालिका से भी भेंट की।
बाद में एक ट्वीट संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय समुदाय से मिलना बहुत विशेष रहा और देश को अपने प्रवासी भारतीयों की उपलब्धियों पर गर्व है।
 
श्री मोदी आज जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्‍ज़ के साथ वार्ता करेंगे। वे कारोबारी प्रमुखों से बातचीत करेंगे और सामुदायिक कार्यक्रमों को सम्‍बोधित करेंगे। श्री मोदी ने विश्‍वास व्‍यक्‍त किया है कि इस यात्रा से भारत-जर्मनी के बीच मैत्री और प्रगाढ़ होगी।
प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी और जर्मन चांसलर ओल्‍फ शेाल्‍ज छठे भारत-जर्मनी अंतर-सरकारी विचार-विमर्श बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे। द्विवार्षिक विशेष मंत्रणा में दोनों पक्षों के कई मंत्री भाग लेंगे। प्रधानमंत्री का चांसलर शोल्‍ज़ के साथ पहला अन्‍तर-सरकारी विमर्श होगा। जर्मनी में पिछले दिसम्‍बर में नई सरकार के कामकाज संभालने के बाद दोनों देशों के बीच पहली अन्‍तर सरकारी विचार-विमर्श बैठक होगी। 
 
जर्मनी की यात्रा सम्‍पन्‍न कर प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी कल डेनमार्क के प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसन के निमंत्रण पर राजधानी कोपेनहेगन जाएंगे। प्रधानमंत्री श्री मोदी की यह पहली डेनमार्क यात्रा है और डेनमार्क के प्रधानमंत्री के साथ तीसरी उच्‍च स्‍तरीय वार्ता होगी। इन बैठकों में वैश्विक और क्षेत्रीय हित के मुद्दों पर विशेष रूप से विचार-विमर्श होगा। प्रधानमंत्री भारत-डेनमार्क व्यापार मंच के कार्यक्रम में भाग लेंगे और भारतीय समुदाय के लोगों को सम्‍बोधित करेंगे।
चार मई को श्री मोदी दूसरे भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन के दौरान, प्रधानमंत्री श्री मोदी अन्य नॉर्डिक नेताओं के साथ भी बैठक करेंगे, इनमें डेनमार्क के प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसन, आइसलैंड के प्रधानमंत्री कैटरीन जैकब्सडॉटिर, नॉर्वे के प्रधानमंत्री जोनास गहर स्टोर, स्वीडन के प्रधानमंत्री मैग्डेलेना एंडरसन और फिनलैंड के प्रधानमंत्री सना मारिन शामिल हैं। डेनमार्क ने इस सम्‍मेलन का आयोजन किया है।
विदेश यात्रा के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री श्री मोदी कुछ समय के लिए पेरिस में रूकेंगे, जहां फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात करेंगे। फ्रांस के राष्ट्रपति चुनाव के बाद श्री मोदी की फ्रांस यात्रा दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय गतिविधियों को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करेगी।
तीन यूरोपीय देशों की यात्रा पर रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी यूरोप यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब यह क्षेत्र कई तरह की चुनौतियों का सामना कर रहा है। उन्होंने कहा कि अपनी बैठकों के माध्‍यम से वे यूरोपीय भागीदारों के साथ सहयोग की भावना को मजबूत करना चाहते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत की शांति और खुशहाली के लिए यूरोपीय साझीदार महत्वपूर्ण साथी हैं। (Abhar Air News)