भारत और डेनमार्क के बीच विभिन्‍न क्षेत्रों में नौ समझौतों पर हस्‍ताक्षर हुए। इनमें भारत में उत्‍कृष्‍टता केन्‍द्र और स्‍मार्ट प्रयोगशालाओं सहित सुरक्षित तथा स्‍वच्‍छ जल के बारे में सहयोग का समझौता शामिल है।
दोनों नेताओं के बीच शिष्‍टमण्‍डल स्‍तर की वार्ता के बाद संयुक्‍त बयान जारी किया गया। बयान में कहा गया कि दोनों प्रधानमंत्रियों ने पिछले वर्ष अक्‍तूबर में प्रधानमंत्री फ्रिडरिक्‍सन की भारत यात्रा के बाद विभिन्‍न क्षेत्रों में प्रगति पर संतोष व्‍यक्‍त किया।
बाद में प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी और डेनमार्क की प्रधानमंत्री फ्रिडरिक्‍सन भारत-डेनमार्क व्‍यापार मंच की बैठक में भी शामिल हुए। उन्‍होंने दोनों देशों के उद्योग जगत के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रिडेरिकसन ने कोपेनहेगेन के बेला सेंटर में भारतीय समुदाय से मुलाकात की और उन्‍हें संबोधित किया। डेनमार्क में भारतीय समुदाय के विद्यार्थियों, शोधार्थियों, पेशेवर और व्यापारी वर्ग के एक हजार से अधिक लोगों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।
     
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि समावेशी और सांस्कृतिक विविधता भारतीय समुदाय की शक्ति है जो हमें प्रत्येक क्षण जिंदादिली का एहसास दिलाती है। उन्होंने कहा कि भाषाई विविधता के बावजूद सांस्कृतिक रूप से हम सभी भारतीय एक हैं। श्री मोदी ने कहा कि इस कार्यक्रम में डेनमार्क की प्रधानमंत्री की उपस्थिति इस बात का प्रमाण है कि उनके दिल में भारत के लोगों के प्रति प्रेम और आदर है। श्री मोदी ने कहा कि वह जब भी विश्व के नेताओं से मिलते हैं, वे भारतवंशियों के शांतिपूर्ण और परिश्रमी स्वभाव का उल्लेख करते हैं। (Aabhar Air