राष्‍ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा है कि पूर्वोत्‍तर क्षेत्र समूचे देश के लिए विकास के इंजन के रूप में उभरेगा। वे पूर्वोत्‍तर महोत्‍सव के समापन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इसका आयोजन गुवाहाटी में आजादी का अमृत महोत्‍सव के अंतर्गत पूर्वोत्‍तर क्षेत्र विकास मंत्रालय ने किया।

राष्‍ट्रपति कोविंद ने कहा कि अब समय आ गया है कि पूर्वोत्‍तर राज्‍यों को देश के औद्योगिक रूप से विकसित राज्‍यों की श्रेणी में शामिल किया जाए ताकि वहां रोजगार के अधिक अवसर पैदा किए जा सकें। उन्‍होंने कहा कि पूर्वोत्‍तर राज्‍य दक्षिण एशियाई देशों के लिए प्राकृतिक प्रवेश द्वार है। साढे तीन हजार किलोमीटर की अंतर्राष्‍ट्रीय सीमा वाले ये राज्‍य सामरिक दृष्टि से  देश के लिए अत्‍यंत महत्‍वपूर्ण है।

श्री कोविंद ने कहा कि एक्‍ट ईस्‍ट नीति से पूर्वोत्‍तर राज्‍यों के विकास में महत्‍वपूर्ण परिवर्तन हुआ है।
असम के मुख्‍यमंत्री डॉक्‍टर हेमंता बिस्‍व सरमा ने कहा कि वर्तमान सरकार के अंतर्गत पूर्वोत्‍तर राज्‍य तेजी से प्रगति कर रहे हैं और उनकी सरकार चर्चा के माध्‍यम से सभी पड़ोसी राज्‍यों के साथ सीमा मुद्दों का समाधान निकालने की कोशिश कर रही है। पूर्वोत्‍तर क्षेत्र विकास मंत्रालय ने आजादी का अमृत महोत्‍सव के अंतर्गत सभी आठ उत्‍तर-पूर्व राज्‍यों के लिए सप्‍ताहभर का महोत्‍सव का आयोजन किया है, जिसका उद्घाटन 28 अप्रैल को किया गया। सप्‍ताह भर के पूर्वोत्‍तर महोत्‍सव में विभिन्‍न कार्यक्रमों के माध्‍यम से इस क्षेत्र के भूले-बिसरे नायकों को याद किया गया।

केन्‍द्रीय पोत, जहाजरानी जलमार्ग और आयुष मंत्री सर्बानन्‍द सोनोवाल, केन्‍द्रीय विधि और न्‍याय मंत्री किरेण रिजिजू, पूर्वोत्‍तर क्षेत्र विकास और संस्‍कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी और पेट्रोलियम तथा प्राकृतिक गैस और श्रम तथा रोजगार मंत्री श्री रामेश्‍वर तेली के साथ पूर्वोत्‍तर राज्‍यों के छह मुख्‍यमंत्री इस अवसर पर उपस्थित थे। (Aabhar Air News)