प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि सरकार ने पिछले आठ वर्षों में विस्‍तार, सुधार, विनियमन, जवाबदेही और क्रांति लाने के पंचामृत के साथ दूरसंचार क्षेत्र में नई ऊर्जा का संचार किया है।
श्री मोदी ने कल नई दिल्‍ली में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण-ट्राई के रजत जयन्‍ती समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि देश का दूरसंचार क्षेत्र आत्मनिर्भरता का बेहतरीन उदाहरण है।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने 5 जी टेस्‍ट बेड का शुभारम्‍भ किया और कहा कि स्‍वदेश में निर्मित यह टेस्‍ट बेड दूरसंचार क्षेत्र में भारत को आत्‍मनिर्भर बनाने में महत्‍वपूर्ण कदम है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत इस दशक के अंत तक 6जी प्रौदयोगिकी को शुरू करने में कामयाब होगा।
आने वाले डेढ दशक में फाइव जी से भारत की अर्थव्‍यवस्‍था में चार सौ पचास बिलियन डॉलर का योगदान होने वाला है। ये सिर्फ इंटरनेट की गति नहीं बल्‍कि प्रगति और एम्प्‍लॉयमेंट जनरेशन की गति को भी बढाने वाला है। इसलिए फाइव जी तेजी से रोलआउट हो, इसके लिए सरकार और एनएससी दोनों को कलेक्‍टिव एफर्ट्स की जरूरत है। इस दशक के अंत तक हम सिक्‍स जी, सिक्‍स जी सर्विस बिल लॉन्‍च कर पाएं, इसके लिए भी हमारी टास्‍क फोर्स काम करना शुरू कर चुकी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 5जी 
प्रौद्योगिकी शासन के काम में सुधार, लोगों के जीवन को सुगम बनाने और व्यापार को आसान बनाने में मदद करेगी।
प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान ट्राई के रजत जयंती समारोह के उपलक्ष्य में एक डाक टिकट भी जारी किया। (Aabhar Air News)