सूचना और प्रसारण मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने कल कान फिल्म महोत्सव में भारतीय मंडप का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने 53वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव-इफ्फी का पोस्टर जारी किया।
श्री ठाकुर ने श्रव्य-दृश्य सह-निर्माण और भारत में विदेशी फिल्मों की शूटिंग को बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन योजना की घोषणा की। भारत में विदेशी फिल्मों के सह-निर्माण पर 260 हजार डॉलर यानी कि लगभग दो करोड़ रुपए तक की अधिकतम सीमा के साथ 30 प्रतिशत तक की प्रतिपूर्ति की जा सकती है। उन्होंने कहा कि यदि किसी विदेशी फिल्म की शूटिंग भारत में होती है तो रोजगार उपलब्ध कराने के लिए 15 प्रतिशत अतिरिक्त प्रतिपूर्ति दी जाएगी। इसके लिए कुल 65 हजार डॉलर यानी कि 50 लाख रुपए तक का प्रोत्साहन व्यय किया जाएगा।
श्री ठाकुर ने कहा कि सरकार भारत को विश्व का कन्टेंट का हब बनाने, पोस्ट प्रोडक्शन और एवीजीसी सेक्टर में मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
श्री ठाकुर ने कहा कि भारत सरकार ने राष्ट्रीय फिल्म विरासत मिशन के तहत विश्व की सबसे बड़ी फिल्म जीर्णोद्धार परियोजना शुरु की है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत विभिन्न भाषाओं की दो हजार दो सौ फिल्मों को उनकी पहले की भव्यता के साथ पुनर्स्थापित किया जाएगा।
श्री ठाकुर ने कहा कि भारत और फ्रांस 75वें कान फिल्म समारोह में सिनेमा और सृजनात्मकता की प्रतिष्ठा का उत्सव मनाने के लिए एक साथ आगे आए हैं। सूचना और प्रसारण मंत्री ने कहा कि यह वर्ष बहुत ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि भारत अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने पर आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। भारत तथा फ्रांस राजनयिक संबंधों के 75 वर्ष पूरे कर रहे हैं और 75वां कान फिल्म महोत्सव भी इस वर्ष आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह एक विशेष अवसर है क्योंकि मार्चे दू फिल्म में भारत को सम्मानित देश का दर्जा दिया गया है।
भारतीय सिनेमा के गहरे सामाजिक मूल्यों का उल्लेख करते हुए श्री ठाकुर ने कहा कि भारतीय फिल्मों में सामाजिक तथा राष्ट्रीय महत्व के विषयों को संवेदनशील माध्यम से प्रस्तुत किया गया है।
सूचना और प्रसारण मंत्री ने कहा कि भारतीय सिनेमा केवल छह हजार वर्ष पुरानी सभ्यता की गाथा ही नहीं है और न ही यह 130 करोड़ लोगों की कहानी है बल्कि यह कैमरे के माध्यम से सुनाई गई मानवीय प्रतिभा, सफलता और नए भारत के विकास की कहानी भी है।
कार्यक्रम के दौरान श्री ठाकुर के साथ सूचना और प्रसारण सचिव अपूर्व चंद्रा, फ्रांस में भारत के राजदूत जावेद अशरफ और केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी भी उपस्थित थे।
फिल्म अभिनेता आर माधवन, नवाजुद्दीन सिद्दिकी, फिल्म अभिनेत्री दीपिका पादुकोण, तमन्ना भाटिया, पूजा हेगड़े और उर्वशी रौतेला, फिल्म निर्माता शेखर कपूर तथा संगीतकार ए आर रहमान ने भी इस सत्र में हिस्सा लिया। (Aabhar Air News)