प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कल कंबोडिया के प्रधानमंत्री सम्देच अक्का मोहा सेना पेदाई तेचो हुन सेन के साथ वर्चुअल बैठक की। दोनों नेताओं ने व्यापार और निवेश, मानव संसाधन विकास, रक्षा तथा सुरक्षा, संपर्क सहयोग, महामारी के बाद अर्थव्यवस्था में सुधार और लोगों के बीच आपसी संपर्क के क्षेत्र में सहयोग सहित अनेक द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की।
श्री हुन सेन ने इस बात पर बल दिया कि भारत के साथ कंबोडिया के संबंध बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी ऐसे ही विचार व्यक्त किए और भारत की एक्ट ईस्ट नीति में कंबोडिया की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। दोनों नेताओं ने मेकांग-गंगा सहकारिता ढांचे के अंतर्गत क्षमता निर्माण कार्यक्रमों और त्वरित प्रभाव की परियोजनाओं सहित मजबूत विकास साझेदारी की समीक्षा की।
श्री मोदी ने दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक और सभ्यताओं से जुड़े आपसी संबंधों पर भी जोर दिया। उन्होंने कंबोडिया में अंकोरवाट मंदिर और प्रीह विहार मंदिरों के जीर्णोद्धार में भारत की भागीदारी पर प्रसन्नता व्यक्त की।
प्रधानमंत्री हुन सेन ने क्वाड वैक्सीन पहल के तहत कंबोडिया को कोविशील्ड टीकों की 3 लाख 25 हजार खुराकें उपलब्ध कराने के लिए भारत के प्रति आभार व्यक्त किया।
दोनों नेताओं ने इस वर्ष मनाए जा रहे भारत और कंबोडिया के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ पर एक-दूसरे का अभिनन्दन किया।
इन समारोहों के अंतर्गत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कंबोडिया नरेश और महारानी को भारत आने के लिए आमंत्रित किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कंबोडिया को आसियान की अध्यक्षता ग्रहण करने पर बधाई दी और भारत के पूर्ण समर्थन और सहायता का आश्वासन दिया। (Aabhar Air News)