इस्ताम्बुल में कल 12वीं आईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भारत की निख़त ज़रीन ने 5-0 से शानदार जीत दर्ज कर स्वर्ण पदक जीत लिया है। निख़त ने 52 किग्रा वर्ग के फाइनल में थाईलैंड की जि़तपोंग जुतामस को आसानी से हरा दिया। भारतीय मुक्केबाज़ ने 30-27, 29-28, 29-28, 30-27, 29-28 के स्कोर से यह मुकाबला जीता। रिकॉर्ड छह बार की चैंपियन मैरी कॉमसरिता देवी, जेनी आर. एल. और लेखा केसी के बाद निख़त विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल करने वाली पांचवीं भारतीय महिला मुक्केबाज़ बन गई हैं। 2018 में मैरी कॉम की जीत के बाद भारत का यह पहला स्वर्ण पदक है।
सेमीफाइनल मुकाबलों के बाद भारत की मनीषा ने 57 किलो ग्राम वर्ग में और परवीन ने 63 किलो ग्राम वर्ग में कांस्य पदक हासिल किया।

दुनिया की इस सबसे बड़ी मुक्केबाजी प्रतियोगिता में भारत ने तीन पदक के साथ अपने अभियान का समापन किया। 73 देशों के 310 मुक्केबाजों के बीच यह रोमांचक प्रतिस्पर्धा रही। यह महिला विश्व चैंपियनशिप की 20वीं वर्षगांठ भी थी। महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप के 12 आयोजनों में भारत की कुल पदक संख्या 39 हो गई है जिनमें 10 स्वर्ण, आठ रजत और 21 कांस्य पदक शामिल हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने पर निख़त ज़रीन को बधाई दी है। श्री मोदी ने ट्वीट संदेश में मनीषा मौन और परवीन हुड्डा को भी इस प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतने पर बधाई दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे मुक्केबाजों ने हमें गौरवान्वित किया है।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने पर निख़त जरीन को बधाई दी है।

तेलंगाना के निज़ामाबाद ज़िले की रहने वाली निख़त को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री राव ने विश्व पटल पर भारतीय ध्वज का मान बढ़ाने के लिए उनकी सराहना की। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रोत्साहन से मुक्केबाज़ी में विश्व चैंपियनशिप जीतना निखत के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार खिलाड़ियों को हर संभव प्रोत्साहन देती रही है। (Aabhar Air News)