राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद आज सुबह बांग्लादेश के 50वें विजय दिवस समारोह में हिस्सा लेंगे। वे बांग्लादेश की स्वाधीनता के स्वर्ण जयंती समारोह के उपलक्ष्य में ढाका में राष्ट्रीय परेड टुकडि़यों का निरीक्षण करेंगे। इस समारोह में भाग लेने वाले वे एकमात्र विदेशी प्रतिनिधि हैं। इस उपलक्ष्य में भारतीय सशस्त्र सेना की 122 सदस्यों वाली तीनों सेनाओं की टुकड़ी भी परेड में हिस्सा लेंगी। बांग्लादेश के स्वाधीनता संग्राम में भारतीय सेना और मुक्ति वाहिनी ने संयुक्त रूप से पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध में हिस्सा लिया था। दोनों देश 16 दिसम्बर का दिन विजय दिवस के रूप में मनाते हैं।
बाद में शाम को श्री कोविंद सम्मानित अतिथि के रूप में बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के जन्म शताब्दी समापन समारोह में भी शामिल होंगे।
ढाका में कल शाम संवाददाताओं को जानकारी देते हुए विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक में राष्ट्रपति ने बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हामिद के साथ आपसी हित के विभिन्न विषयों पर चर्चा की। मीडिया को एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भारत-बांग्लादेश मैत्री पाइपलाइन दोनों देशों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इसके जरिए नुमालीगढ़ का हाई स्पीड डीजल सिलीगुड़ी से पार्बतीपुर तक पहुंचाया जायेगा। उन्होंने कहा कि यह परियोजना अगले साल शुरू होने की आशा है। विदेश सचिव ने कहा, कोविड महामारी के बावजूद, पिछले साल द्विपक्षीय व्यापार में 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह एक अरब डॉलर को पार कर गया।
श्री श्रृंगला ने बताया कि राष्ट्रपति कोविंद कल सुबह बांग्लादेश के मुक्ति योद्धाओं के साथ-साथ भारतीय मूल के लोगों से मिलेंगे। वे कल स्वदेश लौटने से पहले बांग्लादेशी समाज के विभिन्न वर्गों के साथ बातचीत करेंगे और ढाका में सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व के स्थानों का दौरा भी करेंगे। (Aabhar Air News)