प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि पिछले आठ वर्षों में जन कल्याण ही उनकी सरकार की विशेषता रही। सरकार ने जन कल्याण की दिशा में निरंतर प्रयास किये हैं। नई दिल्ली में वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय के विशेष सप्ताह समारोह का उद्घाटन करते हुए श्री मोदी ने कहा कि देश में पिछले आठ वर्षों में हर दिन नया काम करने की कोशिश की गई। उन्होंने कहा कि सरकार ने देश के विकास को गति दी है और गरीबों को सशक्त बनाया। श्री मोदी ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान ने गरीबों को गरिमापूर्ण जीवन जीने का अवसर दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि स्थायी आवास, बिजली, गैस, पानी, मुफ्त इलाज उपलब्ध कराकर गरीबों को उचित सम्मान दिया है। कोरोना काल में 80 करोड़ से अधिक देशवासियों को मुफ्त राशन देकर उन्हें भूखा नहीं रहने दिया। श्री मोदी ने कहा कि पिछली सरकारों की वजह से देश को बहुत नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि सरकार आम जन के कल्याण को आधार बनाकर आगे बढ़ रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने पिछले आठ वर्षों में युवाओं को ध्यान में रखते हुए कई सुधार किए औऱ इनसे उन्हें अपनी क्षमता दिखाने में मदद मिलेगी। श्री मोदी ने कहा कि 30 हजार से अधिक प्रावधानों को कम किया और अप्रसांगिक हो चुके एक हजार पांच सौ से अधिक कानूनों को समाप्त किया। कंपनी अधिनियम के कई अनुचित प्रावधानों को हटाकर सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि भारतीय कंपनियां आगे बढ़ें और नई ऊंचाइयों को छुएं।
श्री मोदी ने कहा कि सरकार ने जेम पोर्टल की शुरूआत करके सरकारी खरीद को आसान बनाया। उन्होंने कहा कि इस पोर्टल के माध्यम से एक लाख करोड़ रुपये से अधिक की खरीददारी हो रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 'आज़ादी का अमृत महोत्सव' केवल स्वतंत्रता के 75 वर्ष का उत्सव नहीं है, बल्कि स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा देखे गए आजाद भारत के सपनों को पूरा करने का क्षण है।
श्री मोदी ने कहा कि हर देशवासी का यह कर्तव्य है कि वह अपने स्तर पर राष्ट्र के विकास में विशेष योगदान दें। यह नए संकल्पों के लिए खुद को समर्पित करने का क्षण है।
प्रधानमंत्री ने ऋण से जुड़ी सरकारी योजनाओं के लिए राष्ट्रीय पोर्टल - 'जन समर्थ' पोर्टल की भी शुरूआत की। अपनी तरह का यह पहला पोर्टल है जो लाभार्थियों को सीधे ऋणदाताओं से जोड़ता है। 'जन समर्थ' पोर्टल का मुख्य उद्देश्य सरल और आसान डिजिटल प्रक्रियाओं के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों का मार्गदर्शन और सरकारी लाभ प्रदान करके समावेशी विकास को प्रोत्साहित करना है।
प्रधानमंत्री ने 'आजादी का अमृत महोत्सव' को समर्पित एक, दो, पांच, दस और बीस रुपये के मूल्यवर्ग के नए सिक्कों की विशेष श्रृंखला जारी की। दृष्टिबाधित व्यक्ति भी इन सिक्कों को पहचान सकेंगे। (Aabhar Air News)