नागर विमानन मंत्री ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया ने आज नई दिल्ली में पहली बार राष्ट्रीय वायु खेल नीति-2022 की घोषणा की। इस नीति का उद्देश्य वर्ष-2030 तक भारत को वायु खेल वाले प्रमुख देशों में शामिल करना है। इस नीति के माध्यम से एरोबेटिक्स, बैलूनिंग, ग्लाइडिंग, पैराशूटिंग, पावर्ड एयरक्राफ्ट और रोटरक्राफ्ट सहित 11 हवाई खेलों को बढ़ावा दिया जाएगा।
इस अवसर पर श्री सिंधिया ने कहा कि इस नीति से देश में हवाई खेल गतिविधियों का एक मजबूत पारिस्थितिकी तंत्र तैयार होगा। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में एक लाख नौकरियों के सृजन में मदद मिलेगी और आने वाले वर्षों में राजस्व मौजूदा 100 करोड़ रुपये से बढ़कर 10 हजार करोड़ रुपये हो जाएगा।
श्री सिंधिया ने कहा कि इस नीति के जरिये हवाई खेल उपकरणों के घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा मिलेगा। उन्‍होंने बताया कि एयर स्पोर्ट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया का गठन किया गया है जो इन खेलों के समस्‍त पहलुओं की निगरानी करेगा।