रूस और यूक्रेन के बीच जंग शुरू हो गई है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ सैन्य ऑपरेशन का ऐलान कर दिया है. युध्द के उद्देश्य चाहे जितने भी महान हो,वह सभी को चाहे वे कितने सत्यवादी,आदर्शवादी अथवा मर्यादावादी क्यों न हों पशु बनने के लिये विवश कर देता है | सच पूछिए तो मात्र स्वार्थ ही युध्द का कारण हैं | व्यापक मानवता के हित के लिये कभी कोई युध्द नहीं लड़ा गया | युध्द में मानवता की विजय हों ही नहीं सकती,युध्द के आमंत्रण का अर्थ हैं दानवता की विजय और मानवता की निश्चित पराजय आज के समसामयिक समय में भी किसी भी राष्ट्र का व्यक्तिगत स्वार्थ सम्प्रभुता के आड़े आकर सर्वोपरि हों जाता हैं | स्वार्थ के वशीभूत मानव मन उचित-अनुचित का विवेक खो बैठता हैं | युद्ध की समाप्ति ही इसके भयावहता को समाप्त करने का मूल उपाय हैं |


Ravi Prakash Azad (लेखक अंतरराष्ट्रीय मामलों के जानकार हैं )