संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो रहा है। यह 23 दिसम्‍बर तक चलेगा। लोकसभा में आज कृषि कानून निरस्‍त करने संबंधी विधेयक-2021 पेश किया जाएगा और इसे पारित किया जाएगा। यह विधेयक तीन कृषि कानूनों को निरस्‍त करने के लिए लाया जा रहा है। ये कानून हैं- किसान उत्पादन व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अधिनियम-2020, किसान (सशक्तीकरण और संरक्षण) मूल्य आश्वासन और सेवा करार अधिनियम-2020 और आवश्यक वस्तुएं (संशोधन) अधिनियम-2020.

दोनों सदनों की कार्यवाही का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने कल नई दिल्‍ली में सभी राजनीतिक दलों के नेताओं की एक बैठक आयोजित की। संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि सरकार नियमों के अंतर्गत स्‍वीकार्य किसी भी मुद्दे पर सदन में बहस के लिए तैयार है। उन्‍होंने सभी पार्टियों से सदन की कार्यवाही के सुचारू संचालन में सहयोग करने की अपील की।
सर्वदलीय बैठक में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इस बात पर संतोष व्‍यक्‍त किया कि सभी नेताओं ने उचित विचार विमर्श किया और महत्‍वपूर्ण मुद्दे उठाये गए। उन्‍होंने कहा कि राजन‍ीतिक दलों ने संसद में इन मुद्दों पर और विचार विमर्श की आवश्‍यकता जताई। उन्‍होंने कहा कि सरकार भी इस बारे में समुचित बहस की इच्‍छुक है।

हमारे संवाददाता ने खबर दी है कि राज्‍यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल, विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडगे, लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार, समाजवादी नेता रामगोपाल यादव, बहुजन समाज पार्टी के नेता सतीशचंद्र मिश्र, नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्‍दुल्‍ला, वाई एस आर सी पी के सांसद विजय साई रेड्डी, डीएमके के नेता टी आर बालू, टीएमसी नेता डेरेक ओब्राइन, रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया के नेता रामदास अठावले, राष्‍ट्रीय लोकजनशक्ति पार्टी नेता पशुपति कुमार पारस और अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल बैठक में मौजूद थी।
        (Aabhar News)