कार्मिक, जन शिकायत और पेंशन राज्य मंत्री डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने आज नई दिल्ली में पेंशनभोगियों के लिए एक अनूठी, चेहरे से पहचान की तकनीक की शुरुआत की। उन्होंने बताया कि जीवन प्रमाणपत्र देने की यह तकनीक एक ऐतिहासिक और दूरगामी सुधार है। इससे सेवानिवृत्त और बुजुर्ग नागरिकों के लिए जीवन यापन आसान होगा। डॉक्टर सिंह ने कहा कि यह न केवल केंद्र सरकार के 68 लाख पेंशन भोगियों के जीवन को प्रभावित करेगा बल्कि कर्मचारी भविष्यनिधि संगठन-ईपीएफओ और राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र से बाहर आने वाले करोड़ों पेंशनभोगियों के जीवन को भी आसान बनाएगा। डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने इलेक्ट्रानिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के साथ साथ भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण-यूआईडीएआई को धन्यवाद दिया। (Aabhar Air News)