वित्तीय बाजार नियामक सेबी ने समाशोधन निगमों के स्वामित्व और आर्थिक संरचना की समीक्षा करने तथा यह सुनिश्चित करने के लिए उपाय सुझाने के लिए एक समिति गठित की है कि ये संस्थाएं लचीले, स्वतंत्र और तटस्थ जोखिम प्रबंधकों के रूप में कार्य करें। तदर्थ समिति की अध्यक्षता उषा थोराट करेंगी, जो भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की पूर्व डिप्टी गवर्नर थीं। बाजार नियामक ने कहा कि हाल के वर्षों में भारतीय प्रतिभूति बाजार में उल्लेखनीय वृद्धि को देखते हुए केंद्रीय जोखिम प्रबंधन संस्थानों के रूप में कंपनियों को मंजूरी देना महत्वपूर्ण है।