राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति ने कल बंगाल की खाड़ी में आशंकित चक्रवात से उत्पन्न स्थितियों से निपटने के लिए केन्द्रीय मंत्रालयों, एजेंसियों और राज्य सरकारों की तैयारियों की समीक्षा की। कैबिनेट सचिव राजीव गॉबा की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक ने समिति को बंगाल की खाड़ी पर बने हवा के कम दवाब के क्षेत्र की मौजूदा स्थिति के बारे में बताया। इसके कल तक और सघन होकर चक्रवात में बदलने की आशंका है।
शनिवार सुबह तक यह नब्बे से लेकर सौ किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से आंध्र प्रदेश और ओडिशा तट को पार कर सकता है। चक्रवात के असर से इन राज्यों के तटवर्ती क्षेत्रों में भारी वर्षा और समुद्र में ऊंची लहरे उठने की आशंका है।
आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल तथा अंडमान निकोबार द्वीप के मुख्य सचिवों और वरिष्ठ अधिकारियों ने समिति को संकट से निपटने के उपायों से अवगत कराया। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने इन राज्यों में 32 टीम तैनात कर दी हैं। अतिरिक्त टीमें तैयार रखी गई हैं। आवश्यकता पड़ने पर बचाव और राहत कर्यों में मदद के लिए सेना और नौसेना की टीम तथा विमान और जहाज भी तैयार रखे गए हैं।
श्री राजीव गॉबा ने राज्य सरकारों को समुद्र में गए मछुआरों और सभी जहाजों को तुरन्त वापस बुलाने तथा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना सुनिश्चित करने को कहा है। (Aabhar Air News)