भगवान जगन्नाथ की प्रसिद्ध स्नान यात्रा आज पुरी में हो रही है। स्नान यात्रा ज्येष्ठ माह के पूर्णिमा के दिन मनाया जाने वाला एक आनुष्ठानिक भव्य बौछार उत्सव है। धार्मिक मान्यता के अनुसार वर्ष का यह पहला अवसर है जब भगवान जग्गनाथ, बलभद्र, सुभद्रा, सुदर्शन और मदनमोहन की प्रतिमाओं को एक शोभा यात्रा में मंदिर परिसरों में स्नान मंडप में लाया जाता है। वहां उन्हें 108 पात्रों में शुद्ध जल से विधिवत स्नान कराया जाता है और सजाया जाता है।
संध्या समय स्नान रीति के समापन पर भगवान जगन्नाथ और बलभद्र को भगवान गणेश का रूप देने के लिए हाथी मुकुट पहनाया जाता है।
ओडिशा में वार्षिक रजमहोत्सव पारंपरिक उल्लास और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। आज से शुरू होने वाला तीन दिवसीय उत्सव पृथ्वी माता के प्रतीकात्मक मासिक धर्म को चिह्नित करने के लिए मनाया जाता है। इस अवसर पर गांवों और शहरों के सभी लोग नए कपड़े पहनते हैं, झूला झूलते हैं और गीत गाते हैं और स्थानीय व्यंजनों का आनंद लेते हैं। (Aabhar Air News)