महाराष्ट्र में राजनीतिक स्थिति अब भी अस्थिर बनी हुई है। शिवसेना से बगावत करने वाले विधायकों ने चार दिन बाद भी अब तक कोई स्पष्ट निर्णय नहीं लिया है। शिवसेना के बागी विधायक 21 जून से गुवाहाटी के पांच सितारा होटल रेडिसन ब्‍लू में राज्य के शहरी मामलों के मंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई में ठहरे हुए है। बदलते राजनीतिक घटनाक्रम में एकनाथ शिंदे ने दावा किया है कि उन्हें और विधायकों का समर्थन मिल रहा है। शिवसेना के एक औऱ विधायक दिलीप लांडे आज गुवाहाटी के रेडिसन ब्ल्यू होटल पहुंचे।


इससे पहले पार्टी को वर्चुअल तरिके से संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने बागी विधायकों को चेतावनी देते हुए कहा कि उनके लिए शिवसेना के संस्थापक और उनके पिता बाल ठाकरे की तस्वीर के बिना पोस्टर लगाना खतरे की घंटी की तरह है। उन्होने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा राजनीतिक षडयंत्र रच कर शिवसेना को बांटने की साजिश कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकारी आवास छोड़ने के बावजूद वह राजनीतिक लड़ाई लड़ने के प्रति वचनबद्ध हैं।


हमारे गुवाहाटी संवाददाता ने बताया है कि एकनाथ शिंदे को शिवसेना के 40 विधायकों के साथ 12 निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है। 

शिवसेना ने महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल से एकनाथ शिंदे को समर्थन देने वाले शिवसेना के 12 विधायकों को निलंबित करने की मांग की है।

निलंबन की चेतावनी के बीच एकनाथ शिंदे ने कहा है कि वो इस तरह की धमकियों से डरने वाले नहीं है, क्योंकि वह स्वर्गीय बाल ठाकरे के वास्तविक शिव सैनिक है।

इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार और महाराष्ट्र विकास अघाड़ी संघ के अन्य नेता शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के निवास स्थान मातोश्री पहुंचे और राजनीतिक घटनाक्रम पर बातचीत की।

दूसरी तरफ महाराष्ट्र भाजपा ने स्पष्ट किया है कि राज्य में बदलते घटनाक्रम में उसकी कोई भूमिका नहीं है। राज्य भाजपा के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि उनके पास एकनाथ शिंदे की तरफ से कोई प्रस्ताव नहीं आय़ा है। उन्होंने कहा कि अगर कोई प्रस्ताव आता है, तो वह उसे देखेंगे। (Aabhar Air News)