शिवसेना के सांसद संजय राउत को चार अगस्त तक प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में भेज दिया गया है। उन्हें पात्रा चॉल पुनर्विकास मामले से संबंधित धनशोधन मामले में रविवार को गिरफ्तार किया गया था।
     
प्रवर्तन निदेशालय ने श्री राउत को आठ दिन के लिए हिरासत में भेजने का आग्रह किया था और आरोप लगाया था कि उन्होंने प्रवीण राउत को आगे करके इस मामले में इस्तेमाल किया। विशेष सरकारी वकील हीरेन वेनेगावकर ने दलील देते हुए कहा कि प्रवीण राउत की निर्माण कंपनी को 112 करोड़ रुपये मिले थे, जिसमें से एक करोड़ 60 लाख रुपये संजय राउत और उनकी पत्नी वर्षा राउत के खातों में भेजे गए। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि संजय राउत ने सबूतों से छेड़छाड़ की है और गवाहों को प्रभावित किया है। (Aabhar Air News)