राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न चुनौतियों पर चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा है कि सरकारी योजनाएं इस तरह से लागू की जायें कि पर्यावरण की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। राष्ट्रपति आज मसूरी में लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी के 97वें फाउंडेशन पाठ्यक्रम के समापन समारोह को सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने प्रशिक्षु अधिकारियों को बताया कि लक्ष्य प्राप्ति के लिए जरूरी है कि समाज के वंचित वर्गों को ध्यान में रखकर फैसले लिये जायें।राष्ट्रपति मुर्मु ने अकादमी में पोलो ग्राउन्ड, नये हॉस्टल ब्लॉक और टेलीमेडिसन सुविधााओं सहित कई परियोजनाओं का शुभारम्भ किया। उन्होंने प्रज्ञेश्वर महादेव मन्दिर में पूजा-अर्चना की और राजभवन में नक्षत्र वाटिका का उद्घाटन किया। इस वाटिका में 27 नक्षत्रों से सम्बद्ध 27 ग्रह दर्शाये गये हैं, जिनमें कुचिला, आंवला, गूलर, जामुन, खैर, अगर, बांस, पीपल, वटवृक्ष, नीम और अन्य शामिल हैं। इस प्रकार वहां भारतीय अध्यात्म, प्राचीन ज्ञान और प्रकृति के संरक्षण का अनूठा संयोजन परिलक्षित होता है।
इससे पहले राष्ट्रपति मुर्मु ने कल रात देहरादून में नौ विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इन परियोजनाओं पर करीब दो हजार एक करोड रूपये की लागत आयेगी। (Aabhar Air News)