केन्‍द्र सरकार ने झारखंड में जैन धर्म के पवित्र स्‍थल सम्‍मेद शिखरजी में सभी तरह की पर्यटन गतिविधियों पर रोक लगा दी है। पर्यावरण मंत्रालय ने झारखंड सरकार को इस स्‍थल की पवित्रता संरक्षित करने के लिए तत्‍काल सभी कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।

पर्यावरण मंत्री भूपेन्‍द्र यादव ने आज नयी दिल्‍ली में जैन समुदाय के सदस्‍यों से मुलाकात की। जैन समुदाय ने सम्‍मेद शिखरजी की पवित्रता संरक्षित करने का अनुरोध किया था। केन्‍द्रीय मंत्री ने आश्‍वासन दिया कि प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी सम्‍मेद शिखरजी समेत जैन समुदाय के सभी धार्मिक स्‍थलों का संरक्षण करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

पर्यावरण मंत्रालय को पारसनाथ वन्‍य जीव अभ्‍यारण्‍य में कुछ गतिविधियों को लेकर जैन समुदाय के विभिन्‍न संगठनों के कई ज्ञापन मिले थे। इन ज्ञापनों में झारखंड सरकार द्वारा पारसनाथ वन्‍य जीव अभ्‍यारण्‍य के पर्यावरणीय संवेदनशील क्षेत्र की अधिसूचना के प्रावधानों को गलत ढंग से लागू करने का उल्‍लेख किया गया था।

 राज्‍य सरकार को पारसनाथ वन्‍य जीव अभ्‍यारण्‍य में वन्‍य जीव और वनस्‍पति का संरक्षण करने वाले प्रावधानों को सख्‍ती से लागू करने को कहा गया है। इन प्रावधानों के अनुसार क्षेत्र में पालतू पशुओं को लाना, तेज संगीत बजाना और शराब की बिक्री समेत कई अन्‍य कृत्‍यों का निषेध किया गया है। इसके अलावा पारसनाथ पर्वत पर मांसाहारी भोजन और शराब का प्रयोग तथा बिक्री रोकने के कड़े निर्देश दिए गए हैं।  (Aabhar Air News)